
सर्दियों में दिल का रखें खास ख्याल : पसीने की कमी को न करें नजरअंदाज...........
सर्दियों का मौसम ठंडक और सुकून लेकर आता है, लेकिन स्वास्थ्य के नजरिए से यह कई गंभीर समस्याओं का कारण बन सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि ठंड के दिनों में पसीना न आना हृदय स्वास्थ्य के लिए एक बड़ा खतरा साबित हो सकता है। ठंड के मौसम में शरीर की रक्त वाहिकाएं सिकुड़ जाती हैं, जिससे रक्त प्रवाह धीमा हो जाता है और हृदय पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है। यह स्थिति उन लोगों के लिए और भी खतरनाक हो जाती है, जो पहले से ही दिल की बीमारियों से जूझ रहे हैं। ठंड के कारण शरीर के तापमान को नियंत्रित रखने में भी दिक्कत होती है, जिससे रक्त चाप बढ़ सकता है। उच्च रक्त चाप दिल के दौरे और ब्रेन स्ट्रोक जैसी घातक समस्याओं की संभावना को और बढ़ा देता है।
विशेषज्ञों के अनुसार, सर्दियों में अपनी दिनचर्या में छोटे-छोटे बदलाव करके इन खतरों से बचा जा सकता है। नियमित व्यायाम करने से रक्त प्रवाह बेहतर होता है और शरीर गर्म रहता है। साथ ही, संतुलित आहार, जिसमें अधिक फाइबर और कम वसा वाले खाद्य पदार्थ शामिल हों, दिल को स्वस्थ रखने में मदद करता है। पर्याप्त मात्रा में पानी पीना भी जरूरी है, क्योंकि ठंड के मौसम में प्यास कम लगती है, जिससे डिहाइड्रेशन हो सकता है। इसके अलावा, गर्म कपड़े पहनकर शरीर को ठंड से बचाना चाहिए।
अगर किसी को सीने में दर्द, सांस फूलने, चक्कर आने या अन्य असामान्य लक्षण महसूस हों, तो इसे नजरअंदाज न करें। तुरंत चिकित्सकीय सलाह लें, क्योंकि समय पर इलाज से बड़े खतरे को टाला जा सकता है। सर्दियों में अपने दिल और स्वास्थ्य का ध्यान रखना बेहद जरूरी है, ताकि आप स्वस्थ और सुरक्षित रह सकें।