क्रिसमस के दिन इंदौर में एक विवादित घटना सामने आई है, जिसमें हिंदू जागरण मंच के सदस्यों ने सेंटा क्लॉज की ड्रेस पहनकर फूड डिलीवरी कर रहे जोमैटो के डिलीवरी बॉय को रोककर उससे ड्रेस उतारने को कहा। यह घटना भंवरकुआं थाने के पास हुई, जहां क्रिसमस के जश्न के बीच इस घटना ने माहौल को गरमा दिया।
क्या है पूरा मामला?
घटना सुबह 11:30 बजे की है, जब भंवरकुआं और टावर चौराहे के बीच कुछ जोमैटो डिलीवरी बॉय सेंटा क्लॉज की ड्रेस पहनकर डिलीवरी के लिए खड़े थे। हिंदू जागरण मंच के पदाधिकारियों ने इनमें से एक डिलीवरी बॉय को रोककर सेंटा क्लॉज की ड्रेस उतारने को कहा। संगठन के सदस्यों ने इस पर आपत्ति जताई कि हिंदू त्योहारों के दौरान ऐसा प्रतीकात्मक पोशाक क्यों नहीं पहना जाता।
डिलीवरी बॉय की सफाई
डिलीवरी बॉय ने बताया कि यह ड्रेस पहनने का निर्देश कंपनी, जोमैटो, की ओर से दिया गया है। हालांकि, संगठन के सदस्यों ने यह तर्क दिया कि हिंदू त्योहारों पर भगवा कपड़े क्यों नहीं पहनाए जाते।
संगठन का पक्ष
हिंदू जागरण मंच के जिला संयोजक सुमित हार्डिया ने कहा कि क्रिसमस के मौके पर सेंटा क्लॉज की ड्रेस पहनाना धर्म विशेष को बढ़ावा देने जैसा है। उन्होंने जोमैटो से सवाल किया कि कंपनी अन्य धर्मों के त्योहारों पर इस तरह का सांस्कृतिक या धार्मिक प्रतीक क्यों नहीं अपनाती।
माहौल पर असर
यह घटना क्रिसमस के जश्न के दौरान सामने आई, जब शहर के कई हिस्सों में लोग खुशी और उत्साह के साथ पर्व मना रहे थे। इस घटना ने धार्मिक सहिष्णुता और व्यक्तिगत स्वतंत्रता पर बहस छेड़ दी है।
पुलिस का रुख
घटना स्थल भंवरकुआं थाने के पास ही था, लेकिन अभी तक पुलिस की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। हालांकि, इस विवाद से सोशल मीडिया और स्थानीय समुदाय में प्रतिक्रिया तेज हो गई है।
Discover more from ASIAN NEWS BHARAT
Subscribe to get the latest posts sent to your email.