
WAVES Summit 2025: आमिर खान ने कहा - “AI अभिनय की जगह नहीं ले सकता, सच्चाई ही कलाकार की पहचान है”
WAVES Summit 2025: मुंबई। फिल्म अभिनेता आमिर खान ने शनिवार को ‘वेव्ज़ 2025’ कार्यक्रम में युवाओं और फिल्म प्रेमियों को अपनी प्रेरणादायक बातों से भावुक कर दिया। तकनीक और सिनेमा के बदलते दौर पर चर्चा करते हुए आमिर ने कहा कि चाहे AI कितना भी आगे बढ़ जाए, एक अभिनेता की “रूह” को वह नहीं छू सकता। उन्होंने कहा, “आप अपना काम जितनी ईमानदारी से करेंगे, वह उतना ही बेहतर होगा।” इस एक पंक्ति ने वहां मौजूद सभी युवाओं का दिल छू लिया।
WAVES Summit 2025: अभिनय के जुनून पर बोले मिस्टर परफेक्शनिस्ट
आमिर खान ने अभिनय में अपने समर्पण की झलक दिखाते हुए बताया कि वे किसी भी किरदार को निभाने से पहले स्क्रिप्ट के साथ घंटों नहीं, बल्कि महीनों बिताते हैं। “मेरी याददाश्त कमजोर है, इसलिए मैं संवाद खुद लिखकर याद करता हूं,” उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा। “हर किरदार के हावभाव, सोच, और आत्मा को समझने में समय लगता है। जब तक संवाद आपके अपने न लगने लगें, तब तक वो केवल स्क्रिप्ट राइटर के होते हैं।”
WAVES Summit 2025: NSD में नहीं ले सके दाखिला, लेकिन सीखते रहे ज़िंदगी से
बातचीत में आमिर ने यह भी बताया कि वह नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में कभी दाखिला नहीं ले सके, लेकिन फिल्म इंडस्ट्री में उन्होंने हर अनुभव से कुछ न कुछ सीखा। “मैंने जो कुछ भी सीखा है, वो सेट पर और ज़िंदगी के अनुभवों से सीखा है। अभिनय कोई एक कला नहीं है, यह एक जीवन शैली है।”
WAVES Summit 2025: AI के युग में कलाकार की आत्मा की ज़रूरत
कार्यक्रम में जब AI तकनीक के बारे में बात हुई, तो आमिर ने कहा कि अब तकनीक इतनी उन्नत हो चुकी है कि बिना एक्टर के ही दृश्य शूट किए जा सकते हैं और बाद में उसमें चेहरा जोड़ दिया जाता है। “लेकिन क्या वो दृश्य वही एहसास देंगे? शायद नहीं। तकनीक से आप चेहरा तो बना सकते हैं, लेकिन उसकी आंखों में सच्चाई नहीं ला सकते।”
WAVES Summit 2025: ‘तारे ज़मीन पर’ है दिल के सबसे करीब
अपनी फिल्मों में से सबसे पसंदीदा फिल्म पूछे जाने पर आमिर ने कहा, “‘तारे ज़मीन पर’ मेरे दिल के सबसे करीब है। इस फिल्म ने न केवल बच्चों को समझने का नजरिया दिया, बल्कि पैरेंटिंग को भी नया अर्थ दिया।”
WAVES Summit 2025: युवा कलाकारों के लिए मूल मंत्र
कार्यक्रम के अंत में आमिर ने युवाओं को अभिनय के बारे में खास सलाह दी “आप जिस सीन का हिस्सा हैं, उसमें बस वही कीजिए जो जरूरी है। केवल अपने अभिनय पर नहीं, पूरे दृश्य की सच्चाई पर ध्यान दें। अभिनय आराम से नहीं, मेहनत से आता है।”
इस मौके पर सूचना और प्रसारण मंत्रालय के सचिव संजय जाजू ने आमिर खान को सम्मानित किया और उनके विचारों को युवा कलाकारों के लिए बेहद प्रेरणादायक बताया। ‘वेव्ज़ 2025’ का यह सत्र ना सिर्फ एक तकनीकी मंच रहा, बल्कि अभिनय और संवेदनाओं की गहराइयों में उतरने का अवसर भी बना।
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