
Train Cancellation In CG
Train Cancellation In CG
इम्तियाज़ अंसारी
Train Cancellation In CG : रायपुर : यात्रीगण कृपया ध्यान दें… आमतौर पर जब किसी यात्रा का जिक्र होता है… तो सुविधा के लिहाज से पब्लिक ट्रांसपोर्ट में सबसे पहला ध्यान ट्रेन पर जाता है… यह देश की लाइफ लाइन की तरह है, जो हर वर्ग के लोगों को उनके मुताबिक सुविधा प्रदान कर सकता है….
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Train Cancellation In CG : पर विडंबना है कि वर्तमान समय में ट्रेन के आने की सूचना की बजाय… ट्रेन के लेट होने की सूचना की बजाय… असुविधा के लिए खेद है… ज्यादा सुनाई में आने लगा है…
जन सुविधा के लिहाज से ट्रेनों की संख्या में इजाफा तो हुआ है… लेकिन गजब की बात है… पूर्व में कम होने के बावजूद ट्रेनें चलती रहती हैं… अब ज्यादातर समय पहिए थमे ही रहते हैं…
देश में बीते दो सालों से ट्रेनों के रद्द होने का सिलसिला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है… सफर के लिए पूरी तरह से तैयार यात्रियों को ऐन मौके पर सूचना मिलती है कि वे जिस ट्रेन से सफर करने की तैयारी किए बैठे हैं…
उसके पहिए ही थम गए हैं… यहां हम महज 6 महीनों के भीतर रद्द होने वाली ट्रेनों की ही जानकारी देंगे… जिसे सुनकर आप चौंक जाएंगे… आलम यह है कि रोज दिन कैंसिल होने वाली ट्रेनों की वजह से हर वर्ग के यात्रियों को अनावश्यक ही परेशान होना पड़ रहा है…
खासतौर पर जरूरी यात्राएं ट्रेनों के रद्द होने की वजह से होती है… तो उन यात्रियों को तत्काल दूसरी सुविधा का इंतजाम करना कितना भारी पड़ता… इसका अंदाजा रेल परिवहन के जिम्मेदार नहीं लगा सकते…
यहां पर हम बात दक्षिण—पूर्व—मध्य रेलवे रायपुर-बिलासपुर समेत अन्य स्टेशनों से चलने वाली ट्रेनों की कर रहे हैं… जिसमें अकेले राजधानी रायपुर जंक्शन की बात करें तो यहां से हर दिन लगभग 70 हजार यात्री हर दिन सफर करते हैं
किसी बड़ी वजह के चलते किसी दिन कोई ट्रेन कैंसिल करना पड़ जाए… तो बात सहज लगती है, लेकिन बीते दो साल से जिस तरह के हालात का सामना ट्रेन से परिवहन करने वाले यात्रियों को करना पड़ रहा है… मुसीबत से कम नहीं है…
आए दिन बड़ी संख्या में छोटी से लेकर लंबी दूरी की ट्रेनों के रद्द होने का एक सिलसिला ही चल पड़ा है। जबकि मुंबई—हावड़ा रूट पर स्थित छत्तीसगढ़
जिसे दक्षिण—पूर्व—मध्य रेलवे के तौर पर जाना जाता है… इस रूट में लगातार बड़े जंक्शन हैं… और इनसे हर दिन लाखों की तादाद में यात्री सफर करते हैं…
अकेले रायपुर जंक्शन से प्रतिदिन यात्रा करने वालों की तादाद ही 70 हजार है, ऐसे में समझा जा सकता है कि छत्तीसगढ़ से प्रतिदिन यात्रा करने वालों की तादाद क्या होती होगी
बीते दो सालों से ट्रेन कैंसिलेशन से हलाकान यात्री मुंबई—हावड़ा रूट पर स्थित है छत्तीसगढ़ राजनांदगाव, दुर्ग, रायपुर, बिलासपुर जैसे बड़े जंक्शन अकेले रायपुर से हर दिन निकलते हैं 70 हजार यात्री प्रतिदिन छत्तीसगढ़ से लाखों की संख्या में हैं यात्रीगण
एशियन न्यूज ने जब 1 जनवरी से लेकर 30 जून तक एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेनों को रद्द करने की पड़ताल की। इसमें पता चला कि 1576 एक्सप्रेस और लोकल ट्रेनों को पिछले 6 महीने में रद्द किया गया है। रद्द ट्रेनों में 299 एक्सप्रेस और मेल और 1277 लोकल ट्रेन शामिल हैं।
Train Cancellation In CG
एक्सप्रेस और मेल से करीब 5 लाख 32 हजार यात्रियों की, जबकि लोकल ट्रेनों से 6 लाख 93 हजार यात्रियों की यात्रा कैंसिल हुई। यानी की कुल 12 लाख 25 हजार यात्रियों को अपनी यात्रा रद्द करनी पड़ी वहीं रेलवे की दूसरी समस्या लेटलतीफी है। कई ट्रेन 5 से 10 घंटे की देरी से चल रही है….
6 महीनों में कुल कैंसिल ट्रेनों की संख्या — 1576
कैंसिल ट्रेन में एक्सप्रेस और मेल की संख्या — 299
6 माह के दौरान कैंसिल लोकल ट्रेन — 1277
एक्सप्रेस व मेल के प्रभावित यात्री — 5 लाख 32 हजार
लोकल ट्रेनों से प्रभावित यात्री — 6 लाख 93 हजार
दोनों प्रकार के ट्रेनों से प्रभावित यात्री — 12 लाख 25 हजार
पिछले 6 महीनों में मार्च को छोड़कर कोई भी ऐसा दिन या महीना नहीं रहा जब दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने ट्रेन कैंसिल ना किया हो… हर महीने सैकड़ों ट्रेन कैंसिल की गई…
और यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा रेलवे ने अचानक तो ट्रेन कैंसिल कर दिया लेकिन समाधान के तौर पर कोई भी विकल्प यात्रियों की नहीं दिया.. जिससे यात्री लगातार परेशान होते रहे
और अपनी यात्रा के लिए दूसरे परिवहन साधनों के लिए उन्हें परेशान होना पड़ा… यात्रियों ने बताया कि जिस तरीके से लगातार ट्रेन कैंसिल हो रहे हैं उसे हमें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है बता दें कि छत्तीसगढ़ और रायपुर में बड़ी संख्या में उत्तर भारत के लोग रहते
हैं। इन राज्यों के लिए सीधी ट्रेनें हैं। हालांकि रेलवे हावड़ा और उत्तर-प्रदेश जाने वाले यात्रियों को राहत पहुंचाने के लिए ट्रेनों में अतिरिक्त कोच लगाया गया, पर सही मायने में यात्रियों की संख्या के लिहाज से दी गई सुविधा नाकाफी थी..
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