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नई दिल्ली: कांग्रेस के लिए ऐतिहासिक दिन
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने केरल के वायनाड से उपचुनाव में ऐतिहासिक जीत दर्ज करने के बाद आज गुरुवार को लोकसभा सांसद के रूप में शपथ ली। 52 वर्षीय प्रियंका अब अपनी मां सोनिया गांधी और भाई राहुल गांधी के साथ संसद में सक्रिय भूमिका निभाएंगी। यह कांग्रेस पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण राजनीतिक पल है, जिसने वायनाड में अपनी स्थिति को और मजबूत किया है।हिंदी में ली शपथ
संसद की कार्यवाही शुरू होते ही प्रियंका गांधी ने संविधान की प्रति लेकर हिंदी में शपथ ग्रहण की। शपथ लेते समय उनका आत्मविश्वास और दृढ़ता साफ दिखाई दी। प्रियंका की यह जीत कांग्रेस पार्टी के लिए नई ऊर्जा और उम्मीद लेकर आई है, विशेष रूप से दक्षिण भारत में।रवींद्र चव्हाण का मराठी में शपथ ग्रहण
प्रियंका गांधी के साथ, नांदेड़ उपचुनाव से विजेता कांग्रेस के रवींद्र चव्हाण ने भी सांसद के रूप में शपथ ली। उन्होंने भगवान के नाम पर मराठी भाषा में शपथ ली। चव्हाण की जीत ने महाराष्ट्र में कांग्रेस की स्थिति को मजबूत करने में योगदान दिया है।प्रियंका गांधी की भूमिका और भविष्य
प्रियंका गांधी वाड्रा की लोकसभा में एंट्री कांग्रेस के लिए एक नई शुरुआत मानी जा रही है। उनके करिश्माई नेतृत्व और रणनीतिक सोच से पार्टी को आगामी चुनावों में फायदा मिलने की उम्मीद है। प्रियंका की वायनाड जीत ने यह भी साबित कर दिया है कि कांग्रेस दक्षिण भारत में अपनी पकड़ मजबूत करने में सफल हो रही है।राजनीतिक समीकरणों पर असर
प्रियंका गांधी के संसद में आने से कांग्रेस पार्टी को न केवल संसद के अंदर बल्कि बाहर भी एक नई धार मिलेगी। उनके व्यक्तित्व और राजनीतिक अनुभव से पार्टी को नीतिगत मामलों और विपक्ष की रणनीतियों पर अधिक प्रभावी तरीके से काम करने में मदद मिलेगी।Discover more from ASIAN NEWS BHARAT
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