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प्रियंका गांधी हैंडबैग विवाद : कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी हाल ही में एक ऐसा हैंडबैग लेकर नजर आईं, जिसने सोशल मीडिया पर बहस छेड़ दी। दावा किया जा रहा है कि यह हैंडबैग फिलिस्तीन के समर्थन का प्रतीक है। हालांकि, बैग पर सीधे तौर पर फिलिस्तीन का झंडा नहीं बना है, लेकिन इसमें मौजूद कुछ प्रतीक और डिज़ाइन इजराइल के विरोध और फिलिस्तीन की एकजुटता से जुड़े माने जा रहे हैं।
क्या है बैग पर बने प्रतीकों का महत्व?
प्रियंका गांधी के हैंडबैग पर कई ऐसे प्रतीक दिखे, जो दशकों से फिलिस्तीन के संघर्ष और एकजुटता के प्रतीक माने जाते रहे हैं। आइए समझते हैं इन प्रतीकों का क्या महत्व है:- कैफियेह (Keffiyeh)
- यह एक पारंपरिक फिलिस्तीनी स्कार्फ है, जो सफेद और काले चेक डिज़ाइन में होता है।
- यह फिलिस्तीनी प्रतिरोध और एकजुटता का प्रतीक बन चुका है।
- 1930 के दशक में फिलिस्तीन के किसानों ने इसे पहना था, जिसके बाद यह फिलिस्तीनी पहचान का हिस्सा बन गया।
- फिलिस्तीन की कढ़ाई (Tatreez)
- यह पारंपरिक फिलिस्तीनी कढ़ाई है, जिसमें स्थानीय कला और संस्कृति की झलक मिलती है।
- इसे फिलिस्तीनी महिलाओं की संस्कृति और संघर्ष का प्रतीक माना जाता है।
- शांति का प्रतीक कबूतर (Dove)
- सफेद कबूतर दुनिया भर में शांति का प्रतीक है।
- फिलिस्तीन-इजराइल संघर्ष में यह प्रतीक संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान की उम्मीद का प्रतिनिधित्व करता है।
- ऑलिव ब्रांच (Olive Branch)
- जैतून की शाखा को शांति और संघर्ष से मुक्ति का प्रतीक माना जाता है।
- यह विशेषकर मध्य-पूर्व में शांति के लिए प्रयत्नों का एक मजबूत प्रतीक है।
- तरबूज (Watermelon)
- फिलिस्तीन के झंडे पर प्रतिबंध लगने के बाद तरबूज उनके संघर्ष का नया प्रतीक बन गया।
- तरबूज का रंग (लाल, हरा, सफेद और काला) फिलिस्तीनी झंडे से मेल खाता है।
- यह एक प्रतिकार और एकजुटता का सांकेतिक तरीका बन गया है।
- फिलिस्तीन झंडे के रंग
- बैग पर मौजूद लाल, हरा, काला और सफेद रंग, फिलिस्तीन के राष्ट्रीय झंडे के रंग हैं।
- ये रंग फिलिस्तीन की पहचान और संघर्ष को दर्शाते हैं।
प्रियंका गांधी के बैग पर हंगामा क्यों?
प्रियंका गांधी के इस बैग को लेकर विवाद इसलिए उठा क्योंकि बैग पर मौजूद प्रतीक फिलिस्तीन समर्थक माने जाते हैं। ऐसे समय में जब इजराइल और फिलिस्तीन के बीच संघर्ष जारी है, यह मुद्दा संवेदनशील हो गया है। कई लोग इसे एक राजनीतिक संदेश मान रहे हैं, जबकि कुछ इसे संस्कृति और कला के सम्मान के रूप में देख रहे हैं।प्रतीकों का इतिहास और संदेश
फिलिस्तीनी संघर्ष के ये प्रतीक दशकों पुराने हैं और वैश्विक स्तर पर प्रतिकार, प्रतिरोध और एकजुटता का संदेश देते हैं।- कैफियेह और तरबूज जैसे प्रतीक ऐसे समय में उभरे जब फिलिस्तीन की सांस्कृतिक पहचान को मिटाने की कोशिशें हुईं।
- ये प्रतीक संस्कृति को बचाने, स्वतंत्रता और शांतिपूर्ण विरोध के संदेश के रूप में उभरे हैं।
क्या प्रियंका गांधी का बैग राजनीतिक संकेत है?
हालांकि प्रियंका गांधी ने इस मुद्दे पर कोई बयान नहीं दिया है, लेकिन उनके हैंडबैग पर उठे विवाद ने इसे एक राजनीतिक बहस का रूप दे दिया है। कुछ लोग इसे फिलिस्तीन के समर्थन से जोड़ रहे हैं, जबकि उनके समर्थकों का कहना है कि यह सिर्फ एक फैशन और कला का हिस्सा है।Discover more from ASIAN NEWS BHARAT
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