
नई दिल्ली। शुक्रवार सुबह म्यांमार में जबरदस्त भूकंप के झटकों ने तबाही मचा दी। भूकंप इतना शक्तिशाली था कि उसके असर से पड़ोसी देश थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक तक हिल गई। भूकंप का केंद्र म्यांमार के सागाइंग क्षेत्र में था, जहां 7.7 तीव्रता के झटके महसूस किए गए। इसके तुरंत बाद 7.0 तीव्रता का दूसरा झटका भी आया। इस प्राकृतिक आपदा के कारण इरावडी नदी पर बना ऐतिहासिक एवा ब्रिज ढह गया।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब तक 26 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 43 लोग लापता हैं। 80 से ज्यादा लोग मलबे में फंसे होने की आशंका जताई जा रही है। राहत और बचाव कार्य तेजी से चल रहा है।
बैंकॉक में भूकंप का असर
थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। बैंकॉक के गवर्नर चैडचार्ट सिट्टीपंट ने लोगों से घबराने की जरूरत नहीं होने की बात कही। उन्होंने बताया कि शुरुआती रिपोर्ट्स के मुताबिक नुकसान ज्यादा नहीं हुआ है। हालांकि, एक निर्माणाधीन इमारत के गिरने से कुछ लोगों की मौत हुई है और कई घायल हैं।
गवर्नर ने कहा, “बैंकॉक में इमारतों की सुरक्षा मजबूत है, इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है। स्थिति नियंत्रण में है।”
भारतीय दूतावास ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर
बैंकॉक स्थित भारतीय दूतावास ने भारतीय नागरिकों के लिए हेल्पलाइन नंबर (+66 618819218) जारी किया है। दूतावास ने कहा कि वह स्थिति पर नजर बनाए हुए है और अभी तक किसी भी भारतीय के हताहत होने की कोई खबर नहीं है।
म्यांमार में राहत कार्य जारी
भूकंप के बाद म्यांमार के मांडले और सागाइंग इलाके में सबसे ज्यादा तबाही हुई है। कई इमारतें ढह गई हैं, सड़कें टूट चुकी हैं और हजारों लोग घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जा रहे हैं। राहत और बचाव दल मलबे में फंसे लोगों को निकालने में जुटे हैं। थाईलैंड और म्यांमार में इस तबाही के बाद जनजीवन प्रभावित हुआ है। राहत कार्य जारी है, लेकिन अब भी कई लोगों के लापता होने से चिंता बनी हुई है।