
Missile Destroyer INS Surat
Missile Destroyer INS Surat : नई दिल्ली। पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने सुरक्षा मोर्चे पर आक्रामक रुख अपनाते हुए एक के बाद एक बड़े कदम उठाए हैं। जहां एक ओर केंद्र सरकार ने सिंधु जल संधि को स्थगित कर और अटारी-वाघा बॉर्डर को बंद कर पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश दिया, वहीं दूसरी ओर भारतीय नौसेना ने स्वदेशी युद्धपोत INS सूरत से मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल (MRSAM) का सफल परीक्षण कर दुश्मनों को चेतावनी दी है।
Missile Destroyer INS Surat : INS सूरत का शक्ति प्रदर्शन
स्वदेशी गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रॉयर INS सूरत ने अरब सागर में समुद्र सतह से बेहद कम ऊंचाई पर उड़ रहे लक्ष्य को सटीकता से नष्ट कर दिखा दिया कि भारतीय नौसेना कितनी सटीक और सक्षम है। यह मिसाइल भारत और इजराइल की संयुक्त तकनीक से विकसित की गई है, जो 70 किलोमीटर की रेंज में दुश्मन के किसी भी समुद्री खतरे का जवाब दे सकती है। भारतीय नौसेना ने इसे आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक बड़ी सफलता बताया है।
Missile Destroyer INS Surat : पाकिस्तान की मिसाइल योजना और भारत की तैयारियां
पाकिस्तान ने कराची तट से सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल के परीक्षण की घोषणा की है, जो 24-25 अप्रैल को किया जाना है। भारत ने इसे गंभीरता से लेते हुए सभी खुफिया एजेंसियों को अलर्ट कर दिया है। रॉ और आईबी प्रमुखों की गृह मंत्रालय में उच्चस्तरीय बैठक भी हो चुकी है, जिसमें संभावित खतरों और जवाबी रणनीतियों पर चर्चा हुई।
Missile Destroyer INS Surat : क्षेत्रीय तनाव के बीच भारत का आत्मविश्वास
INS सूरत से हुए इस परीक्षण ने साफ कर दिया है कि भारत अब सिर्फ बचाव नहीं, बल्कि हर स्तर पर जवाब देने के लिए तैयार है। यह परीक्षण भारत की रक्षा नीति में निर्णायक बदलाव और शक्ति प्रदर्शन का प्रतीक माना जा रहा है।