
Lt Gen Rajiv Ghai
Lt Gen Rajiv Ghai: नई दिल्ली: पाकिस्तान के साथ हाल ही में हुए संघर्ष और ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सेना का प्रमुख चेहरा रहे लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्हें डिप्टी चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ (रणनीति) के पद पर पदोन्नत किया गया है। यह प्रमोशन न केवल उनके सैन्य नेतृत्व और रणनीतिक कौशल की सराहना है, बल्कि ऑपरेशन सिंदूर में उनकी निर्णायक भूमिका के लिए भी एक सम्मान माना जा रहा है।
Lt Gen Rajiv Ghai: DGMO पद की जिम्मेदारी भी संभालते रहेंगे
लेफ्टिनेंट जनरल घई फिलहाल डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन्स (DGMO) के पद पर तैनात हैं और वह इस जिम्मेदारी को आगे भी निभाते रहेंगे। अब वह भारतीय सेना के सभी ऑपरेशनल विंग्स के लिए नीति निर्धारण में अहम भूमिका निभाएंगे। सेना के डिप्टी चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ (सुरक्षा) को रिपोर्ट करने वाले सभी ऑपरेशनल वर्टिकल्स अब घई के नेतृत्व में रणनीतिक निर्देशों का पालन करेंगे।
Lt Gen Rajiv Ghai: ऑपरेशन सिंदूर के दौरान बने थे रणनीतिक चेहरा
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने प्रेस ब्रीफिंग कर पाकिस्तान के साथ चल रही सैन्य स्थिति की जानकारी देश और दुनिया को दी थी। संघर्ष विराम की घोषणा के समय उन्होंने यह बताया था कि पाकिस्तान के DGMO की ओर से युद्धविराम की पहल की गई थी, जिसे भारत ने अपने शर्तों पर स्वीकार किया। उनका यह स्पष्ट और संतुलित संवाद, देश की सख्त लेकिन जिम्मेदार सैन्य नीति का उदाहरण बना।
Lt Gen Rajiv Ghai: राष्ट्रपति ने सम्मानित किया ‘उत्तम युद्ध सेवा पदक’ से
4 जून को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सशस्त्र बलों के कई शीर्ष अधिकारियों को विशिष्ट सेवा पुरस्कारों से नवाजा। इनमें लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई को “उत्तम युद्ध सेवा पदक (UYSM)” से सम्मानित किया गया। यह पदक उन अधिकारियों को दिया जाता है जिन्होंने युद्ध या सैन्य संघर्ष की परिस्थितियों में विशिष्ट नेतृत्व का प्रदर्शन किया हो।
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