नई दिल्ली। राष्ट्रपति भवन में आयोजित राष्ट्रीय बाल पुरस्कार समारोह में छत्तीसगढ़ के कोण्डागांव जिले की जुडो खिलाड़ी हेमबती नाग को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2024 से सम्मानित किया। इस महत्वपूर्ण अवसर पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने हेमबती को बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। मुख्यमंत्री ने कहा, “हेमबती ने कठिन परिस्थितियों में भी अपने संघर्ष को जारी रखा और अपनी कड़ी मेहनत और समर्पण से यह अद्भुत उपलब्धि हासिल की है। यह पूरे प्रदेश के लिए गर्व का पल है।”
हेमबती नाग का सफर वाकई संघर्ष और सफलता से भरा हुआ है। मार्च 2019 में माता-पिता के निधन के बाद उन्हें कोण्डागांव जिला प्रशासन और महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संरक्षण दिया गया। उन्हें जिला बालगृह बालिका में रखा गया, जहां से उनके जीवन का नया अध्याय शुरू हुआ। इस दौरान उन्हें आईटीबीपी की 41वीं बटालियन के सहयोग से जुडो प्रशिक्षण प्राप्त हुआ और उन्होंने राज्य और राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में लगातार उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।
2021 में हेमबती ने चंडीगढ़ में आयोजित राष्ट्रीय सब-जूनियर जुडो चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीता। इसके बाद 2022 में खेलो इंडिया क्षेत्रीय प्रतियोगिता में कांस्य पदक और राज्य स्तरीय शालेय खेल प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक हासिल किया। 2023 में भोपाल में आयोजित खेलो इंडिया टूर्नामेंट में उन्होंने 5वां स्थान प्राप्त किया और राष्ट्रीय शालेय खेल में कांस्य पदक जीता। 2024 में नासिक में आयोजित खेलो इंडिया क्षेत्रीय प्रतियोगिता में कांस्य पदक और राष्ट्रीय शालेय जुडो प्रतियोगिता में कांस्य पदक प्राप्त किया। हाल ही में दिसंबर 2024 में त्रिपुरा में आयोजित राष्ट्रीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता में रजत पदक जीतकर उन्होंने छत्तीसगढ़ का नाम रोशन किया।
हेमबती की सफलता में महिला एवं बाल विकास विभाग और जिला प्रशासन का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। जिला कलेक्टर कुणाल दुदावत ने हेमबती और विभागीय टीम को इस शानदार उपलब्धि के लिए बधाई दी और कहा, “हेमबती की यह सफलता न केवल कोण्डागांव बल्कि पूरे राज्य के लिए प्रेरणा है।”
राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 5 से 18 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों को कला-संस्कृति, खेल, विज्ञान, नवाचार, पर्यावरण, बहादुरी और सामाजिक सेवा जैसे विभिन्न क्षेत्रों में असाधारण उपलब्धियों के लिए दिया जाता है। इस पुरस्कार के तहत विजेताओं को पदक, प्रमाण पत्र और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाता है।
हेमबती नाग की यह उपलब्धि छत्तीसगढ़ की अन्य बेटियों के लिए एक प्रेरणा स्रोत है। राज्य सरकार ने बेटियों के सशक्तिकरण के लिए कई प्रयास किए हैं, और हेमबती उनकी सफलता का बेहतरीन उदाहरण हैं। यह पुरस्कार उनकी कड़ी मेहनत, समर्पण और संघर्ष का परिणाम है, जो यह साबित करता है कि सीमित संसाधन भी सफलता की राह में रुकावट नहीं डाल सकते।
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