मकर संक्रांति हिंदू धर्म का प्रमुख त्योहार है, जो हर साल 14 या 15 जनवरी को मनाया जाता है। यह पर्व सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने का प्रतीक है, जिसे “सूर्य संक्रांति” कहा जाता है। मकर संक्रांति का महत्व धार्मिक, सामाजिक, और वैज्ञानिक दृष्टि से अत्यधिक है।
मकर संक्रांति को सूर्य देव की उपासना का विशेष दिन माना जाता है।
इस दिन गंगा, यमुना, और अन्य पवित्र नदियों में स्नान करने से पापों का नाश और पुण्य की प्राप्ति होती है।
उत्तरायण की शुरुआत होती है, जिसे देवताओं का दिन माना जाता है।
परंपराएं
सूर्य पूजा और दान-पुण्य:
सूर्य को जल अर्पित किया जाता है।
तिल, गुड़, अन्न, और वस्त्र का दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है।
पतंगबाजी:
गुजरात और राजस्थान में पतंगबाजी मकर संक्रांति का मुख्य आकर्षण है।
खिचड़ी:
उत्तर भारत में इस दिन खिचड़ी बनाने और खाने की परंपरा है।
पोंगल और लोहड़ी:
तमिलनाडु में इसे पोंगल के रूप में मनाया जाता है, जबकि पंजाब में लोहड़ी का उत्सव होता है।
तिल-गुड़ के व्यंजन और उनके स्वास्थ्य लाभ
तिल और गुड़ मकर संक्रांति के प्रमुख खाद्य पदार्थ हैं। ये न केवल पारंपरिक महत्व रखते हैं बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी बेहद लाभकारी हैं।
तिल-गुड़ के व्यंजन
तिल के लड्डू:
तिल और गुड़ से बने यह लड्डू मकर संक्रांति का खास व्यंजन हैं।
तिल की चिक्की:
तिल और गुड़ को मिलाकर बनाई गई कुरकुरी चिक्की स्वादिष्ट और पौष्टिक होती है।
तिल-गुड़ पराठा:
तिल और गुड़ को भरकर बनाया गया पराठा सर्दियों के लिए बेहतरीन डिश है।
तिल का हलवा:
घी, तिल, और गुड़ से बना हलवा गर्माहट और एनर्जी देता है।
स्वास्थ्य लाभ
पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद: तिल में मौजूद फाइबर और गुड़ का प्राकृतिक गुण पाचन को बेहतर बनाता है।
शरीर को गर्म रखता है: तिल और गुड़ सर्दियों में शरीर को गर्माहट प्रदान करते हैं।
हड्डियों को मजबूत बनाता है: तिल में कैल्शियम और गुड़ में आयरन होता है, जो हड्डियों और खून की गुणवत्ता को सुधारते हैं।
इम्यूनिटी बूस्टर: गुड़ में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं।
एनर्जी प्रदान करता है: गुड़ और तिल के संयोजन से शरीर को तुरंत ऊर्जा मिलती है।
मकर संक्रांति का त्योहार केवल परंपराओं का पालन करने का दिन नहीं है, बल्कि यह प्रकृति के साथ संतुलन और स्वास्थ्य का ध्यान रखने का संदेश भी देता है। तिल-गुड़ का सेवन कर आप अपनी सेहत को बेहतर बना सकते हैं और परंपराओं को जीवंत रख सकते हैं
Related
Discover more from ASIAN NEWS BHARAT - Voice of People
Subscribe to get the latest posts sent to your email.