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रायपुर । राष्ट्रपति मुर्मू के दौरे का मर्म : राष्ट्रपति देश का सर्वोच्च पद होता है इस पर महामहिम द्रौपदी मुर्मू आसीन हैं। ऐसे में अगर वह छत्तीसगढ़ जैसे छोटे राज्य में जाती है, और वहां 2 दिन का समय बिताती हैं।
वह भी शिक्षण संस्थानों में जाकर तो इससे देश और दुनिया को एक बड़ा संदेश जाता है। छत्तीसगढ़ एक पिछड़ा हुआ राज्य है,यहां नक्सलवाद भी काफी ज्यादा है। छत्तीसगढ़ अपनी नक्सलवाद वाली छवि को तोड़ता हुआ दिखाई दे रहा है।
राष्ट्रपति मुर्मू के दौरे का मर्म : पहले दिन का कार्यक्रमों का आगाज़
यहां भारत में राष्ट्रपति अपने 2 दिन के दौरे पर आती है। एम्स में जाती हैं एनआईटी में जाती हैं। वहां पर वे लोगों को संबोधित करती हैं। इससे पूरे देश में यह संदेश जाता है कि छत्तीसगढ़ में भी शिक्षा के मायने में वे तमाम चीजें मौजूद हैं
जो एक विकसित राज्य में होनी चाहिए। छत्तीसगढ़ में अपनी पूरी 24 वर्ष की यात्रा में सफलता के नए-नए प्रतिमान गढ़े हैं। चाहे वह चिकित्सा के क्षेत्र में हो या फिर शिक्षा के क्षेत्र में हो और चाहे इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में हो छत्तीसगढ़ लगातार विकास के नए-नए सोपान गढ रहा है।
महतारी वंदन की किश्त किया जारी
छत्तीसगढ़ में महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए जो महतारी वंदन योजना चल रही है। उसमें भी राज्य अभूतपूर्व उपलब्धि हासिल कर रहा है, तभी तो महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने महिला हितग्राहियों के बैंक खाते अक्टूबर माह
के एक -एक हजार ₹ जारी किए । ऐसे में अगर देखा जाए तो राष्ट्रपति का दो दिवसीय दौरा छत्तीसगढ़ की सुंदर छवि को पूरी दुनिया के सामने स्थापित करने में बेहद महत्वपूर्ण साबित हुआ।
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