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Raipur Breaking News: इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय (IGKV) का 39वां स्थापना दिवस आज, 20 जनवरी 2025 को मनाया जा रहा है। इस अवसर पर विश्वविद्यालय द्वारा “कृषि, विज्ञान और प्रौद्योगिकी के लिए वैश्विक अनुसंधान पहल” विषय पर तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। इस सम्मेलन का उद्घाटन छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम करेंगे।
यह अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन कृषि क्षेत्र में वैश्विक अनुसंधान की दिशा को और अधिक सुदृढ़ करने के उद्देश्य से आयोजित किया जा रहा है। सम्मेलन का उद्देश्य कृषि, विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नवीनतम अनुसंधान और विकास को साझा करना है, ताकि किसानों को आधुनिक तकनीकों का लाभ मिल सके और कृषि उत्पादन को बढ़ाया जा सके।
यह सम्मेलन कृषि क्षेत्र की चुनौतियों, समाधान और भविष्य की योजनाओं पर भी विचार करेगा।
सम्मेलन में देशभर के प्रमुख कृषि वैज्ञानिकों, शोधकर्ताओं और विशेषज्ञों को आमंत्रित किया गया है, जो कृषि क्षेत्र में नवाचार, अनुसंधान और तकनीकी विकास पर अपने विचार प्रस्तुत करेंगे।
यह आयोजन न केवल कृषि क्षेत्र के विकास के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह छत्तीसगढ़ राज्य में कृषि विज्ञान और तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने का एक बड़ा कदम भी है।
इस सम्मेलन में विभिन्न प्रमुख सत्रों का आयोजन किया जाएगा, जिनमें कृषि उत्पादन, जलवायु परिवर्तन के प्रभाव, कृषि जैव प्रौद्योगिकी, मृदा विज्ञान, कीट नियंत्रण और प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की जाएगी।
इसके अलावा, कृषि में प्रौद्योगिकी के प्रभाव, कृषि उत्पादकता बढ़ाने के लिए नए तरीके और शोध कार्यों के साथ कृषि नीति पर भी विचार किया जाएगा।
कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम ने इस सम्मेलन के उद्घाटन अवसर पर कहा कि “कृषि क्षेत्र में विकास और तकनीकी नवाचार की दिशा में इस प्रकार के अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
हमारा प्रयास है कि छत्तीसगढ़ राज्य में कृषि विकास के साथ-साथ विज्ञान और प्रौद्योगिकी का लाभ किसानों तक पहुंच सके। इस सम्मेलन के माध्यम से हम कृषि क्षेत्र की चुनौतियों का समाधान ढूंढने में सफल होंगे और किसानों को उनके उत्पादन में वृद्धि के लिए प्रेरित करेंगे।”
उन्होंने यह भी कहा कि यह सम्मेलन न केवल कृषि क्षेत्र के लिए, बल्कि पूरे राज्य के लिए गर्व का पल है, क्योंकि IGKV राज्य में कृषि शिक्षा और अनुसंधान के प्रमुख केंद्र के रूप में विकसित हो रहा है।
इस सम्मेलन में भारत के प्रमुख कृषि वैज्ञानिक और शोधकर्ता शामिल होंगे, जो कृषि क्षेत्र में नए विचारों और तकनीकों पर चर्चा करेंगे। इसके अलावा, विश्वविद्यालय ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी कृषि विशेषज्ञों को आमंत्रित किया है, जो दुनिया भर में कृषि अनुसंधान की दिशा और नए ट्रेंड्स पर अपने विचार साझा करेंगे।
विश्वविद्यालय के कुलपति ने कहा कि “यह सम्मेलन IGKV के लिए एक ऐतिहासिक अवसर है, जो हमारे विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एक प्रमुख कृषि शिक्षा और अनुसंधान केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।”
इस सम्मेलन का एक प्रमुख उद्देश्य वैश्विक कृषि अनुसंधान पहल को बढ़ावा देना है। इसमें वैश्विक स्तर पर कृषि विज्ञान में हो रहे विकास और अनुसंधान को साझा किया जाएगा।
सम्मेलन के दौरान विभिन्न देशों के कृषि वैज्ञानिक और शोधकर्ता एक मंच पर एकत्र होंगे और वैश्विक कृषि समस्याओं के समाधान के लिए एक साथ मिलकर कार्य करने पर जोर देंगे।
IGKV के स्थापना दिवस और अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के आयोजन से यह सिद्ध होता है कि विश्वविद्यालय कृषि शिक्षा, अनुसंधान और विकास के क्षेत्र में अग्रणी बन चुका है।
यह सम्मेलन न केवल वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं के लिए एक आदान-प्रदान का अवसर होगा, बल्कि छत्तीसगढ़ राज्य के किसानों के लिए भी एक प्रेरणा बनेगा।
इस सम्मेलन का समापन 22 जनवरी 2025 को होगा, जिसमें कृषि के विभिन्न क्षेत्रों में किए गए उत्कृष्ट कार्यों को सम्मानित किया जाएगा। समापन सत्र में कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम और IGKV के प्रमुख अधिकारियों की उपस्थिति रहेगी।
इस तीन दिवसीय सम्मेलन के माध्यम से IGKV ने कृषि क्षेत्र में नवाचार, अनुसंधान और शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए अपनी प्रतिबद्धता को और मजबूत किया है। इसके अलावा, यह आयोजन विश्वविद्यालय की बढ़ती प्रतिष्ठा और इसके अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रभाव को भी दर्शाता है।
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