
पीएम मोदी और राहुल गांधी ने किया आचार संहिता का उल्लंघन...आयोग ने भेजा नोटिस
कांग्रेस ने 21 अप्रैल को राजस्थान के बांसवाड़ा में एक रैली में प्रधानमंत्री की टिप्पणी के लिए उनके खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई थी। रैली में, पीएम मोदी ने कहा था कि अगर कांग्रेस सत्ता में आती है, तो वह देश की संपत्ति को “घुसपैठियों” और “जिनके पास अधिक बच्चे हैं” के बीच वितरित कर सकती है।
प्रधानमंत्री ने छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में बाद की रैलियों में आरोपों को दोहराया है। दरअसल, राहुल गांधी लगातार चुनावी रैलियों में वादा कर रहे हैं कि, कांग्रेस की सत्ता आने के बाद वे देश की संपत्ति का सर्वे करेंगे और उसका फिर से बंटवारा करेंगे। इसी बात को लेकर प्रधानमंत्री ने उनपर निशाना साधा था।
वहीं, राहुल गांधी के राजनितिक गुरु माने जाने वाले सैम पित्रोदा ने भी हाल ही में भारत में विरासत टैक्स लगाने का सुझाव दिया था। उन्होंने कहा था कि, अमेरिका में एक टैक्स लगता है, जिसमे आदमी के मरने के बाद उसकी 55 फीसद संपत्ति पर सरकार कब्ज़ा कर लेती है और उसके बच्चों को बस 45 फीसद ही मिलता है, ऐसा ही भारत में भी होना चाहिए।
ऐसे में लोग सवाल उठा रहे हैं कि, यदि कांग्रेस सरकार ऐसा कुछ नियम लाती है, तो इससे कालाबाजारी बढ़ जाएगी, लोग अपनी संपत्ति छुपाना शुरू कर देंगे, काला धन जमा कर लेंगे, क्योंकि कौन जीवनभर अपनी मेहनत से कमाई हुई जमापूंजी को अपने बच्चों की जगह सरकार के हाथों में देना चाहेगा ?
सोशल मीडिया पर लोगों का कहना है कि, सरकार को चाहिए कि वो जनता को आगे बढ़ने में मदद करे, गरीबों के लिए पनपने के अवसर पैदा करे, लेकिन कांग्रेस तो सत्ता में आने के बाद उल्टा लोगों की संपत्ति गिनने की बात कर रही है, वहीं यही पार्टी अवैध रूप से भारत में घुस आए रोहिंग्या और बांग्लादेशियों को गिनने का विरोध करती है।
Discover more from ASIAN NEWS BHARAT - Voice of People
Subscribe to get the latest posts sent to your email.