
Pendra Breaking :13 विभागों के अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी...
पेंड्रा, छत्तीसगढ़ : Pendra Breaking : गणतंत्र दिवस जैसे महत्वपूर्ण राष्ट्रीय पर्व पर ध्वजारोहण न करने की लापरवाही अब संबंधित अधिकारियों पर भारी पड़ सकती है। जिले के 13 विभागों के अधिकारियों को कलेक्टर लीना कमलेश मंडावी ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
Pendra Breaking : क्या है पूरा मामला?
26 जनवरी 2025 को गणतंत्र दिवस के अवसर पर सरकारी दफ्तरों और संस्थानों में ध्वजारोहण करना अनिवार्य होता है। लेकिन टीकरकला स्थित छात्रावास और जिला संयुक्त कार्यालय सहित कई सरकारी दफ्तरों में झंडा नहीं फहराया गया। इस लापरवाही को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर ने त्वरित संज्ञान लिया और संबंधित विभागों के अधिकारियों से जवाब मांगा है।
कलेक्टर ने क्यों लिया एक्शन?
राष्ट्रीय पर्वों पर ध्वजारोहण एक संवैधानिक और नैतिक दायित्व होता है। सरकारी कार्यालयों में इस परंपरा का पालन न करना न केवल नियमों की अवहेलना है, बल्कि यह राष्ट्र के प्रति सम्मान की कमी भी दर्शाता है। इस गंभीर मामले को देखते हुए कलेक्टर लीना कमलेश मंडावी ने 13 विभागों के अधिकारियों को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया है।
एकपक्षीय कार्रवाई की चेतावनी
प्रशासन की ओर से स्पष्ट कर दिया गया है कि यदि संबंधित अधिकारी संतोषजनक जवाब देने में असफल रहते हैं, तो उनके खिलाफ एकपक्षीय कार्यवाही की जाएगी। इसका मतलब यह है कि दोषी पाए जाने पर अधिकारियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई हो सकती है, जिसमें वेतन रोकने से लेकर सस्पेंशन तक के कदम उठाए जा सकते हैं।
कौन-कौन से विभाग आए जांच के घेरे में?
प्राप्त जानकारी के अनुसार, जिन 13 विभागों के अधिकारियों को नोटिस जारी किया गया है, उनमें शामिल हैं—
- शिक्षा विभाग
- स्वास्थ्य विभाग
- महिला एवं बाल विकास विभाग
- आदिवासी विकास विभाग
- जनपद पंचायत
- पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग
- समाज कल्याण विभाग
- लोक निर्माण विभाग
- जल संसाधन विभाग
- कृषि विभाग
- पशुपालन विभाग
- वन विभाग
- राजस्व विभाग
प्रशासन की सख्ती, सरकारी दफ्तरों में बढ़ेगी जवाबदेही
इस मामले ने जिले में हलचल मचा दी है। जिला प्रशासन ने स्पष्ट संकेत दिए हैं कि भविष्य में राष्ट्रीय पर्वों की अनदेखी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। ऐसे मामलों को गंभीरता से लिया जाएगा और लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
जनता की प्रतिक्रिया
इस पूरे मामले को लेकर स्थानीय नागरिकों और सामाजिक संगठनों ने भी अपनी नाराजगी जाहिर की है। उनका कहना है कि सरकारी संस्थानों में यदि इस तरह की लापरवाही होती है, तो आम जनता में गलत संदेश जाता है।
क्या होगी अगली कार्रवाई?
अब सभी 13 विभागों के अधिकारियों से जवाब तलब किया जा चुका है। यदि संतोषजनक जवाब नहीं मिला, तो उनके खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई की जाएगी। जिला प्रशासन यह सुनिश्चित करने की दिशा में भी काम कर रहा है कि आगे से इस तरह की लापरवाही न हो और सरकारी संस्थानों में गणतंत्र दिवस एवं स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर ध्वजारोहण की परंपरा का सख्ती से पालन हो।
यह मामला अब पूरे जिले में चर्चा का विषय बन गया है। प्रशासन की सख्ती से यह स्पष्ट हो गया है कि राष्ट्रीय पर्वों की गरिमा को ठेस पहुंचाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।