
Panna Tiger Reserve : जंगल छोड़ गांव में विराजे वनराज ग्रामीणों में दहशत....
पन्ना -शुभम रिछारिया
Panna Tiger Reserve : पन्ना : पन्ना टाइगर रिजर्व के एक बाघ का जंगलों से मोहभंग हो गया है शायद इसी वजह से यह बाघ जंगलों को छोड़ रिहायशी इलाकों की ओर पहुंचकर दिन और रात डेरा जमाये रहता है। पन्ना टाइगर रिजर्व के पन्ना रेंज अंतर्गत रामपुरा से लगे ग्राम डोभा, इटवांकला व बराछ सहित लगभग दर्जन भर ग्रामों के लोग बाघ की चहल कदमी से दहशत में हैं।
Panna Tiger Reserve : बतादें की अब यह बाघ ग्राम डोभा से लगे बड़बीला बांध के दूसरे पार ग्राम बराछ पहुंच गया जहां पंचवटी के पास बड़बीला बांध में लोगों ने इसे पानी पीते देखा जिससे पूरे गांव में हड़कंप मच गया। बीओ :- 1 बतादें कि ग्राम बराछ के आसपास दर्जन भर से अधिक गांव लगे हैं। सूचना मिलते ही
Panna Tiger Reserve : पन्ना टाइगर रिजर्व के अधिकारी कर्मचारी और हाथियों का दल मौके पर पहुंच गया एवं बाघ को ट्रेंकुलाइज करने के लिए शाम होने का इंतजार किया जा रहा है। यहां बाघ की चहल कदमी लगभग महीने भर से बताई जा रही है। पहले तो ग्रामीण इसे अफवाह समझते रहे
लेकिन जब 10-11 अप्रैल की रात बाघ ने ग्राम डोभा के पास नाले के बगल में एक किसान के बैल का शिकार किया जिसे ग्रामीणों ने अपनी आंखों से देखा। सुबह तक आसपास के कई ग्रामों में सूचना पहुंच गई। सैकड़ो लोग मौके पर पहुंच गए, सूचना मिलते ही फॉरेस्ट टीम भी मौके पर पहुंची
और हाथियों की टीम बुलाकर शाम होने के बाद बाघ को जंगल की ओर खदेड़ दिया गया। लेकिन दूसरे दिन इस बाघ के फिर गांव के आसपास देखे जाने की खबर मिली, इस प्रकार बाघ के गांव के आसपास मूवमेंट से लोग दहशत में है।
बताया जा रहा है कि अब तक यह बाघ ग्रामीणों के लगभग आधा दर्जन पालतू पशुओं बैल गाय भैंस आदि को शिकार बन चुका है साथ ही खेतों की रखवाली एवं पशुओं को हांकने का काम करने वाले ग्रामीणों को बाघ से खतरा हो सकता है।
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