
Operation Sindoor : CDS चौहान और सेना प्रमुखों ने राष्ट्रपति को दी ऑपरेशन सिंदूर की सफलता की जानकारी
Operation Sindoor : नई दिल्ली। आतंकवाद के खिलाफ भारत के नए निर्णायक अभियान ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की रणनीति और सफलता पर चर्चा करने के लिए देश की तीनों सेनाओं के प्रमुखों ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान के नेतृत्व में थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी, वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ए.पी. सिंह और नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी ने बुधवार को राष्ट्रपति भवन में यह उच्च स्तरीय बैठक की।
राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी बयान में कहा गया कि सैन्य अधिकारियों ने राष्ट्रपति को 7 मई को शुरू किए गए ऑपरेशन सिंदूर की विस्तृत जानकारी दी, जो पहलगाम आतंकी हमले के प्रतिकारस्वरूप शुरू किया गया था। राष्ट्रपति मुर्मू ने इस ऑपरेशन में भारतीय सशस्त्र बलों की वीरता, रणनीतिक सूझबूझ और अनुकरणीय समर्पण की सराहना की।
राष्ट्रपति भवन ने सोशल मीडिया मंच ‘X’ पर पोस्ट करते हुए लिखा, “ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से भारतीय सेना ने आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक जवाब दिया है। राष्ट्रपति ने सशस्त्र बलों की तत्परता और साहस की प्रशंसा की, जिसने भारत के जवाब को एक शानदार सफलता में बदला।”
Operation Sindoor : निर्णायक सैन्य कार्रवाई
भारत सरकार ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद कड़ा रुख अपनाते हुए 7 मई की सुबह पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित 9 आतंकी अड्डों को सटीक सैन्य कार्रवाई में नष्ट किया। इस कार्रवाई से पहले सरकार ने कैबिनेट की सुरक्षा समिति (CCS) की आपात बैठक बुलाकर वर्ष 1960 में पाकिस्तान के साथ हुई सिंधु जल संधि को निलंबित करने का भी फैसला लिया।
General Anil Chauhan, Chief of Defence Staff, along with General Upendra Dwivedi, Chief of the Army Staff, Air Chief Marshal A. P. Singh, Chief of the Air Staff, and Admiral Dinesh K. Tripathi, Chief of the Naval Staff, called on President Droupadi Murmu and briefed her about… pic.twitter.com/ZU3GcK5Vux
— President of India (@rashtrapatibhvn) May 14, 2025
Operation Sindoor : प्रधानमंत्री मोदी का सख्त संदेश
12 मई को राष्ट्र के नाम संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “2016 की सर्जिकल स्ट्राइक और 2019 की एयर स्ट्राइक के बाद अब ऑपरेशन सिंदूर भारत की आतंकवाद के प्रति नीति का अगला स्पष्ट और निर्णायक चरण है।” प्रधानमंत्री ने कहा, “पानी और खून एक साथ नहीं बह सकते,” यह टिप्पणी सिंधु जल संधि को स्थगित किए जाने के संदर्भ में की गई।
प्रधानमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि पाकिस्तान के साथ किसी भी प्रकार की बातचीत अब केवल दो विषयों पर ही होगी – आतंकवाद का खात्मा और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को मुक्त कराना।
Operation Sindoor : नया मानदंड, नई नीति
प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने न केवल एक सैन्य सफलता हासिल की है, बल्कि यह भारत की आतंकवाद विरोधी नीति में एक नया मानदंड और नई सामान्य स्थिति (new normal) स्थापित करता है। इस ऑपरेशन ने यह संकेत दिया है कि भारत अब किसी भी आतंकी हमले का जवाब निर्णायक और प्रत्यक्ष तरीके से देगा।
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