
Mahakumbh 2025 : निरंजनी अखाड़े ने धर्म ध्वज स्थापित कर महाकुंभ की शुरुआत की....
महाकुंभ 2025 के शुभारंभ में महज 15 दिन बाकी रह गए हैं। इस बड़े धार्मिक आयोजन के लिए देशभर से साधु-संत और अखाड़ों का आगमन शुरू हो गया है। सोमवार को निरंजनी अखाड़ा ने संगम की रेत पर वैदिक रीति-रिवाजों के साथ अपना धर्म ध्वज लहराया।
हर हर महादेव के उद्घोष के साथ इस धार्मिक अनुष्ठान की शुरुआत हुई, और गाजे-बाजे के बीच ध्वज की पूजा अर्चना की गई। अखाड़े से जुड़े संतों ने फूल-माला और वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ ध्वज को पूजा। इस दौरान हर हर महादेव के जयकारे और शंखनाद से वातावरण में आध्यात्मिक रंगत छा गई।
निरंजनी अखाड़े द्वारा स्थापित धर्म ध्वज की ऊंचाई 52 फीट है। इस ध्वज की स्थापना के साथ ही महाकुंभ के आयोजन का आगाज हो गया है। संतों ने इस अवसर पर मोरपंख, रुद्राक्ष की माला, तिलक, चंदन, और रोली आदि से गेरुआ रंग के ध्वज की पूजा की।
निरंजनी अखाड़े का इतिहास भी बेहद गौरवमयी है। इस अखाड़े की स्थापना सन 726 ई. में गुजरात के मांडवी में हुई थी, और इसका मुख्य आश्रम हरिद्वार के मायापुरी में स्थित है। इसके अतिरिक्त उज्जैन, त्रयंबकेश्वर और उदयपुर में भी इसके आश्रम मौजूद हैं।
महाकुंभ 2025 का आयोजन धर्म, संस्कृति और आध्यात्मिकता का एक बड़ा उत्सव बनकर उभरेगा, जहां लाखों श्रद्धालु और संत इस अद्भुत आयोजन में भाग लेंगे।