
Mahakumbh 2025 : मौनी अमावस्या पर श्रद्धालुओं का सैलाब, भगदड़ के कारण कुछ अखाड़ों ने स्नान रोका
Mahakumbh 2025 : मौनी अमावस्या के पावन अवसर पर प्रयागराज महाकुंभ 2025 में श्रद्धालुओं का विशाल सैलाब उमड़ पड़ा। संगम तट पर गंगा स्नान के लिए लाखों लोगों की भीड़ जमा हुई, लेकिन भगदड़ की एक अप्रिय घटना के कारण सुरक्षा चिंताओं को देखते हुए कुछ शैव अखाड़ों ने अपने स्नान जुलूस रोकने का फैसला लिया।
Mahakumbh 2025 : अखाड़ों का फैसला और कारण:
महानिर्वाणी और निरंजनी अखाड़े के साधु-संतों और नागा संन्यासियों ने भारी भीड़ और अव्यवस्था को देखते हुए अपने स्नान कार्यक्रम को अस्थायी रूप से स्थगित कर दिया। अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने कहा कि श्रद्धालुओं और संतों की सुरक्षा सर्वोपरि है। यदि स्थिति सामान्य होती है, तो स्नान जुलूस आगे बढ़ेगा; अन्यथा इसे रद्द कर दिया जाएगा।
प्रशासन की तैयारी और चुनौती:
संगम तट पर उमड़ी अप्रत्याशित भीड़ के कारण प्रशासन को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
- भीड़ नियंत्रण: पुलिस और स्वयंसेवकों को तैनात किया गया है।
- राहत कार्य: भगदड़ के कारण प्रभावित लोगों को चिकित्सा सहायता दी जा रही है।
- सुरक्षा: अखाड़ों की छावनियों के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
श्रद्धालुओं की भावना:
भारी भीड़ और अव्यवस्था के बावजूद श्रद्धालु स्नान और दर्शन के लिए संगम तट पर डटे हुए हैं। मौनी अमावस्या पर स्नान को पवित्र और मोक्ष प्राप्ति का मार्ग माना जाता है, जिससे श्रद्धालुओं की आस्था प्रभावित नहीं हुई है।
निष्कर्ष:
मौनी अमावस्या पर श्रद्धालुओं की विशाल उपस्थिति महाकुंभ 2025 की भव्यता को दर्शाती है। हालांकि, भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा की यह घटना प्रशासन और आयोजनकर्ताओं के लिए एक सबक भी है। श्रद्धालुओं से संयम बनाए रखने और प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की अपील की गई है।