भोपाल : मध्य प्रदेश में शिक्षा की गुणवत्ता और पहुंच को सुधारने के लिए मोदी सरकार ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। केंद्रीय सरकार द्वारा 11 नए केंद्रीय विद्यालयों की स्थापना की जाएगी, जो राज्य के विभिन्न जिलों में शिक्षा का स्तर ऊंचा करेंगे।
कैबिनेट कमेटी ऑन इकोनॉमिक अफेयर्स की बैठक में इस प्रस्ताव पर मुहर लगाई गई है। यह कदम छात्रों को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा प्रदान करने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होगा। नए केंद्रीय विद्यालय मध्य प्रदेश के निम्नलिखित स्थानों पर खोले जाएंगे:
- अशोक नगर
- उज्जैन जिले के नागदा
- सतना जिले के मैहर
- बालाघाट जिले के तिरोड़ी
- सिवनी जिले के बरघाट
- निवाड़ी
- छतरपुर जिले के खजुराहो
- कटनी जिले के झिंझारी
- मुरैना के सबलगढ़
- राजगढ़ के नरसिंहगढ़
- भोपाल के कान्ह सैया में
यह निर्णय राज्य के बच्चों के लिए शिक्षा के अवसरों को बढ़ाने के साथ-साथ राज्य में व्यावसायिक और अकादमिक दृष्टिकोण से भी कई सकारात्मक बदलाव लेकर आएगा। इन केंद्रीय विद्यालयों का उद्देश्य राज्यभर में समान अवसर प्रदान करना है, जिससे हर बच्चा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त कर सके।
निवेश और विकास में योगदान
इन विद्यालयों की स्थापना से न केवल शिक्षा क्षेत्र को फायदा होगा, बल्कि यह स्थानीय क्षेत्रों में भी विकास और रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देगा। केंद्रीय विद्यालयों के साथ, राज्य में शिक्षा के बुनियादी ढांचे को मजबूत किया जाएगा, जिससे मध्य प्रदेश के छात्रों को बेहतर भविष्य मिल सकेगा।
Discover more from ASIAN NEWS BHARAT
Subscribe to get the latest posts sent to your email.