
जगदलपुर: एनएमडीसी लौह अयस्क खदानों में काम करने वाले ठेका मजदूरों ने सीआईएसएफ (केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल) जवान द्वारा एक मजदूर को थप्पड़ मारने के बाद काम बंद कर दिया और सड़कों पर उतर आए। घटना के बाद मजदूर संगठनों और ठेका मजदूरों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया और सीआईएसएफ जवान के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
मामले को संज्ञान में लेते हुए एनएमडीसी परियोजना प्रमुख संजीव साही ने घटनास्थल पर जाकर मजदूरों से बात की और विवाद को शांत करने की कोशिश की। एनएमडीसी प्रबंधन ने आपसी समझौते के तहत सीआईएसएफ अधिकारी और ट्रेड यूनियन के पदाधिकारियों के साथ बैठक की, जिससे विवाद को सुलझाया गया। सीआईएसएफ जवान ने माफी मांगी और मजदूर के साथ हाथ मिलाकर मामले को खत्म किया।
पीड़ित मजदूर, दामोदर हरिजन ने कहा, “मुझको एक थप्पड़ मारा गया, लेकिन मैंने माफ कर दिया। मेरे साथ जो हुआ, वह किसी और के साथ न हो। हम गरीब हैं लेकिन मेहनत से अपना और अपने परिवार का पेट पालते हैं।” मजदूरों ने बताया कि यह पहला मामला नहीं है, अक्सर उनके साथ मारपीट की जाती है।
मुख्य महाप्रबंधक ने कहा कि यह घटना आपसी सहमति से सुलझाई गई है, लेकिन भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए निगरानी समिति बनाने की जरूरत है ताकि दोबारा ऐसा न हो। मजदूरों का कहना है कि थप्पड़ मारने का अधिकार किसी को नहीं है।