कोलकाताः चीनी चाबी के भरोसे फिर कूदा बांग्लादेशी खिलौना : भारत के पड़ोसी देश नेपाल – पकिस्तान और बांग्लादेश चीनी चाबी से चलने वाले देश हैं . ऐसे में चीन जितनी चाबी भरता है, ये खिलौने उतनी ही उछलकूद मचाते हैं. ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि बांग्लादेश के मोहम्मद जहांगीर आलम चौधरी ने कहा कि वह भारत के सामने क्रॉस बॉर्डर ड्रग्स ट्रैफिकिंग का मुद्दा गंभीरता से उठाएंगे. उनका कहना है कि फेंसेडिल की बड़ी मात्रा में तस्करी की जा रही है, जो कि ड्रग्स है. तो वहीँ बांग्लादेश से भारत आने वाले रोहिंगियाओं की घुसपैठ, ड्रग्स और ह्यूमन ट्रैफिकिंग पर वो कुछ भी नहीं बोले . सवाल तो ये है कि भारतीय नागरिको और इस्कान जैसी संस्था के प्रमुख पर हमला करने वाला बांग्लादेश अपने गिरेबान में क्यों नहीं झांकता है ?
चीनी चाबी के भरोसे फिर कूदा बांग्लादेशी खिलौना : जानें पूरा मामला
बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार ने भारत पर ड्रग्स सप्लाई, सीमा पर बांग्लादेशियों की हत्या और दोनों देशों के बीच हुए समझौतों के उल्लंघन जैसे गंभीर आरोप लगा डाले हैं. भारत के साथ सटी सीमा को लेकर बांग्लादेश और भारत के बीच सम्मेलन होने जा रहा है, जिसमें वह ये मुद्दे उठाएगा. ये दोनों देशों के बीच डायरेक्टर जनरल लेवल की 55वीं कांफ्रेंस होगी. इसमें बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) और बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (BGB) के तमाम आला अफसर शामिल होंगे. यूनुस सरकार में गृह मामलों के सलाहकार मोहम्मद जहांगीर आलम चौधरी ने कहा है कि बीजीबी और बीएसएफ की कांफ्रेंस में बांग्लादेश सख्त रवैया अपनाएगा और उन तमाम मुद्दों को भारत के सामने रखेगा, जिनसे उसको दिक्कत है.
कब होगा भारत – बांग्लादेश सम्मलेन
ढाका ट्रिब्यून के अनुसार यह चार दिवसीय कांफ्रेंस 17 फरवरी को नई दिल्ली में होने जा रही है. उन्होंने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि इस बार भारत के साथ बातचीत का हमारा लहजा अलग होगा. उन्होंने सीमा पर निहत्थे बांग्लादेशी नागरिकों की हत्याओं का आरोप बीएसएफ पर लगाया है. उन्होंने कहा कि वह सीमा पर गोलीबारी रोकने पर भी चर्चा करेंगे और सीमा पर की जा रही हत्याओं को रोकने के लिए भारत पर दबाव बनाएंगे कि वह इसके लिए प्रभावी कदम उठाए ताकि इस पर लगाम लगे.
सीमा पर बाड को बनाया तिल का ताड
जहांगीर आलम चौधरी ने तो यह भी आरोप लगा दिया कि भारत बड़ी मात्रा में क्रॉस बॉर्डर ड्रग ट्रैफिकिंग कर रहा है. उन्होंने कहा, ‘वे फेंसेडिल (Phensedyl) का निर्माण कर इसकी बांग्लादेश में तस्करी कर रहे हैं. वे दावा करते हैं कि ये दवा के रूप में बनाया जाता है, लेकिन वास्तव में यह ड्रग्स है.’ इतना ही नहीं उनका यह भी कहना है कि जीरो लाइन के पास 150 गज भूमि पर कंटीले तारों की बाड़ लगाने के भारत के कदम पर भी वह चर्चा करेंगे क्योंकि सीमा पर किसी भी तरह के डेवलपमेंट के लिए दोनों देशों के बीच सहमति होना जरूरी है. उन्होंने कहा कि सीमा पर 92 जगहों पर फेंसिंग की जा रही है. हालांकि, बांग्लादेश की आपत्ति के बाद इस पर काम रोक दिया गया है. जहांगीर चौधरी ने कहा कि सीमा से 150 गज के भीतर किसी भी गतिविधि के लिए दोनों देशों की आपसी स्वीकृति आवश्यक होती है और किसी भी पक्ष के लिए एकतरफा कार्रवाई की कोई गुंजाइश नहीं है.
उन्होंने कहा कि अगर किसी विकास परियोजना के तहत मस्जिद या मंदिर का निर्माण किया जाना हो, तो दोनों देशों की सहमति अनिवार्य होगी. भविष्य में इस सहमति को सुनिश्चित करने पर विशेष जोर दिया जाएगा. उन्होंने कहा, ‘सीमा उल्लंघन, अवैध प्रवेश और घुसपैठ को रोकने के उपायों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा. साथ ही, भारत से बांग्लादेश में अवैध मादक पदार्थों जैसे फेंसिडिल, हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटकों की तस्करी को रोकने को प्राथमिकता दी जाएगी.’
पानी के बंटवारे पर भी होगी चर्चा
जहांगीर आलम चौधरी का यह भी कहना है कि वह दोनों देशों के बीच हुई ट्रीटी के तहत नदी के पानी के बराबर बंटवारे पर चर्चा करेंगे. मोहम्मद जहांगीर आलम चौधरी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की अवामी लीग सरकार के कार्यकाल में भारत के साथ हुई सभी ‘असमान संधियों’ पर चर्चा की जाएगी. जहांगीर आलम चौधरी ने कहा कि नदियों के पानी के न्यायसंगत बंटवारे, जल समझौतों के कार्यान्वयन और रहीमपुर नहर के मुहाने को फिर से खोलने जैसे मुद्दों पर भी चर्चा की जाएगी. उन्होंने कहा कि अगरतला के जरिए भारत का इंडस्ट्रियल कचरा बांग्लादेश में आता है, जो पर्यावरण समझौते का उल्लंघन है. इसके अलावा इस बात पर भी चर्चा की जाएगी कि दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ाने के लिए फैलाई जा रही झूठी खबरों को कैसे रोका जाए.
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