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RBI की बैठक पर सबकी नजरें : भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की आगामी बैठक को लेकर लाखों लोगों की उम्मीदें जुड़ी हुई हैं। खासकर वे लोग, जो होम लोन या अन्य प्रकार के ऋण चुका रहे हैं, यह जानने के लिए उत्सुक हैं कि क्या उनकी EMI में कोई कमी होगी।
क्या संकेत दे चुका है RBI?
अक्टूबर 2024 में हुई पिछली मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक में, RBI ने अपने रुख में मामूली बदलाव के संकेत दिए थे। हालांकि, उस समय लगातार 10वीं बार रेपो रेट को 6.5% पर स्थिर रखा गया था। लेकिन अब उम्मीद की जा रही है कि ब्याज दरों में कटौती संभव हो सकती है।
होम लोन उधारकर्ताओं को राहत की उम्मीद
मौजूदा रेपो रेट 6.5% पर है, और अगर इसमें कमी होती है, तो होम लोन और अन्य ऋणों की ब्याज दरें कम हो सकती हैं। इससे उधारकर्ताओं की मासिक EMI में राहत मिलेगी। मौजूदा आर्थिक परिदृश्य को देखते हुए, विशेषज्ञों का मानना है कि आरबीआई मुद्रास्फीति के स्थिर होने पर दरों में कटौती करने पर विचार कर सकता है।
ब्याज दर में कमी के क्या फायदे होंगे?
- ईएमआई में राहत: ब्याज दर घटने से मासिक किस्तों का बोझ कम होगा।
- खर्च करने की क्षमता में इजाफा: EMI कम होने से लोगों के पास खर्च करने के लिए अधिक पैसा बचेगा।
- रियल एस्टेट सेक्टर को बढ़ावा: ब्याज दरें कम होने से अधिक लोग होम लोन लेने के लिए प्रेरित होंगे, जिससे रियल एस्टेट सेक्टर में तेजी आ सकती है।
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