
Reciprocal Tariff:
Reciprocal Tariff: वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 2 अप्रैल की देर रात भारत सहित 60 देशों पर रेसिप्रोकल टैरिफ की घोषणा की। भारत पर 26%, चीन पर 34%, यूरोपीय यूनियन पर 20%, साउथ कोरिया पर 25%, वियतनाम पर 46% और जापान पर 24% टैरिफ 9 अप्रैल से लागू होगा।
Reciprocal Tariff: ट्रम्प ने कहा, “मोदी मेरे दोस्त हैं, लेकिन भारत अमेरिका के साथ सख्त रवैया अपनाता है। भारत अमेरिकी सामानों पर 52% तक टैरिफ लेता है, हमने 26% लगाया। यह पूरी तरह रेसिप्रोकल नहीं है, वरना कुछ देशों को मुश्किल होती।” उन्होंने ऑटोमोबाइल पर भी 25% टैरिफ की बात कही, जो विदेशी वाहनों पर लागू होगा। ट्रम्प ने पूर्व अमेरिकी नेताओं को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया।
Reciprocal Tariff: टैरिफ क्या है?
टैरिफ आयातित सामानों पर लगने वाला शुल्क है, जो सरकारें वसूलती हैं। मुक्त व्यापार समझौते वाले देशों में यह शून्य हो सकता है।
Reciprocal Tariff: रेसिप्रोकल टैरिफ क्या है?
जब दो देश एक-दूसरे पर समान आयात शुल्क लगाते हैं, उसे रेसिप्रोकल टैरिफ कहते हैं। यह व्यापार संतुलन और महंगाई नियंत्रण के लिए समायोजित किया जाता है।
Reciprocal Tariff: भारतीय बाजार पर असर:
26% टैरिफ से भारत के ऑटो, फार्मा और इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर प्रभावित होंगे। विशेषज्ञों के अनुसार, परिधान और ज्वैलरी क्षेत्र भी चपेट में आएंगे। अमेरिका में विदेशी वाहनों पर 25% टैरिफ से भारत से कार निर्यात घटेगा।
Discover more from ASIAN NEWS BHARAT - Voice of People
Subscribe to get the latest posts sent to your email.