
Ujjain Mahakal Temple: महाकालेश्वर मंदिर में 9 नहीं इस बार 10 दिन मनेगा महाशिवरात्रि का पर्व, जाने क्या है वजह
Ujjain Mahakal Temple: उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में इस वर्ष शिव नवरात्रि उत्सव 19 और 20 फरवरी को फाल्गुन कृष्ण पक्ष की सप्तमी के अवसर पर मनाया जाएगा। इस बार उत्सव को 10 दिनों तक धूमधाम से मनाने की योजना है, जो कि एक तिथि बढ़ने के कारण संभव हो रहा है।
महाशिवरात्रि की विशेष तैयारी
महाकालेश्वर मंदिर में महाशिवरात्रि पर्व की तैयारी जोर-शोर से चल रही है। मंदिर की रंगाई-पुताई के साथ ही गर्भगृह में रजत के दरवाजों की सफाई की जा रही है। पुजारी पंडित महेश शर्मा ने बताया कि महाशिवरात्रि पर्व को परंपरागत रूप से नौ दिनों तक मनाने की परंपरा है, लेकिन इस वर्ष इसे 10 दिनों तक मनाया जाएगा।
Ujjain Mahakal Temple: उत्सव की तिथियाँ और कार्यक्रम
- 17 फरवरी: शिव नवरात्रि की शुरुआत फाल्गुन कृष्ण पंचमी के पूजन के साथ होगी।
- 18 फरवरी: दूसरे दिन बाबा महाकाल का चंदन से श्रृंगार किया जाएगा।
- 19 फरवरी: बाबा महाकाल का शेषनाग रूप में श्रृंगार होगा।
- 20 फरवरी: भक्तों को घटाटोप रूप में दर्शन देंगे।
- 21 फरवरी: बाबा महाकाल का छबीना श्रृंगार किया जाएगा।
- 22 फरवरी: महाकाल बाबा को होलकर परंपराओं के अनुसार सजाया जाएगा।
- 23 फरवरी: बाबा महाकाल को मनमहेश के रूप में सजाया जाएगा।
- 24 फरवरी: माता पार्वती के साथ उमा-महेश के रूप में दर्शन देंगे।
- 25 फरवरी: बाबा महाकाल शिव तांडव के रूप में भक्तों को दर्शन देंगे।
- 26 फरवरी: शिव नवरात्रि के आखिरी दिन महाकाल को दूल्हे के रूप में सजाया जाएगा।
Ujjain Mahakal Temple: श्रृंगार सामग्री की व्यवस्था
महाकाल मंदिर के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने बताया कि महाशिवरात्रि पर होने वाले संपूर्ण खर्च का वहन श्री महाकालेश्वर प्रबंध समिति द्वारा किया जाता है। श्रद्धालु प्रतिदिन दान के रूप में रजत मुकुट, मुंडमाला, जलधारी और श्रृंगार सामग्री अर्पित करते हैं, जिन्हें उत्सव के समय भगवान के श्रृंगार में उपयोग किया जाता है।
इस प्रकार, महाकालेश्वर मंदिर में इस वर्ष शिव नवरात्रि उत्सव की तैयारी धूमधाम से चल रही है, और भक्तों को बाबा महाकाल के विभिन्न स्वरूपों में दर्शन का अवसर मिलेगा।