रायपुर : छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में स्पा-सेंटर्स की आड़ में बड़े स्तर पर अनैतिक गतिविधियां चलने का खुलासा हुआ है। शहर में करीब 400 स्पा-सेंटर्स हैं, जहां कथित तौर पर डीप मसाज के नाम पर सेक्स सर्विस दी जा रही है। इस काम में लगभग 3,000 युवक-युवतियां शामिल हैं।
कैसे चलता है यह गोरखधंधा?
- अधिकांश स्पा-सेंटर्स गुमास्ता लाइसेंस लेकर काम कर रहे हैं।
- इन सेंटर्स का मुख्य व्यवसाय मसाज सेवाएं दिखाना है, लेकिन अंदर ही अंदर सेक्स रैकेट चलाया जा रहा है।
- ग्राहकों को डीप मसाज या अन्य प्रीमियम सेवाओं के नाम पर अवैध कार्यों की पेशकश की जाती है।

प्रशासन के पास नहीं है रिकॉर्ड
- रायपुर नगर निगम और पुलिस विभाग के पास इन स्पा-सेंटर्स का कोई सटीक रिकॉर्ड नहीं है।
- गुमास्ता लाइसेंस की आड़ में चलने वाले इन सेंटर्स की नियमित जांच-पड़ताल नहीं होती, जिससे यह गोरखधंधा लगातार फल-फूल रहा है।
कितनी संख्या में जुड़े लोग?
- लगभग 3,000 युवक और युवतियां इस गंदे काम में लिप्त हैं।
- इनमें से कई लोग बाहर के राज्यों से लाए जाते हैं।
- युवतियों को ऊंचे वेतन और लग्जरी जीवन के नाम पर फंसाया जाता है।
प्रमुख क्षेत्र और गतिविधियां
- रायपुर के पॉश इलाकों में स्थित 400 से अधिक स्पा-सेंटर्स में यह काम चल रहा है।
- इनमें से कई सेंटर्स मॉल और मुख्य बाजारों में स्थित हैं, जहां ग्राहकों का आना-जाना आसान है।
पुलिस और प्रशासन की उदासीनता
- स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने अब तक इस मुद्दे पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है।
- शिकायतों के बावजूद स्पा-सेंटर्स पर छापेमारी और जांच की संख्या बेहद कम है।

समाज पर प्रभाव
- इस गोरखधंधे ने युवाओं पर नकारात्मक प्रभाव डाला है।
- साथ ही, यह अनैतिक कार्य समाज में अपराध और असुरक्षा का माहौल बना रहा है।
जनता और सरकार की मांग
- स्थानीय नागरिकों और सामाजिक संगठनों ने इस मुद्दे पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
- स्पा-सेंटर्स की नियमित जांच और गैरकानूनी गतिविधियों में लिप्त पाए जाने वाले लोगों पर सख्त कार्रवाई की अपील की गई है।
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए प्रशासन को त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि ऐसे अवैध कार्यों पर रोक लगाई जा सके और समाज को सुरक्षित बनाया जा सके।