
Rewa News : सरकारी योजनाओं की उड़ रही धज्जियां : आंगनबाड़ी केंद्र का पोषक आहार बन रहा सूअरों का भोजन
Rewa News : रीवा शहर के वार्ड क्रमांक 9 स्थित निराला नगर के आंगनबाड़ी केंद्र में सरकारी योजनाओं का बेशर्मी से दुरुपयोग हो रहा है। बच्चों के लिए भेजा जाने वाला पोषक आहार, जिसे उनके विकास और स्वास्थ्य के लिए प्रदान किया जाता है, वो सूअरों का भोजन बन रहा है।
आंगनबाड़ी केंद्र के रजिस्टर में आधा सैकड़ा से अधिक बच्चों के नाम दर्ज हैं, लेकिन हकीकत में केंद्र पर एक भी बच्चा मौजूद नहीं होता। यह घोटाला स्थानीय स्व-सहायता समूह और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मिलीभगत से शासन की योजनाओं को पलीता लगा रहा है।
भ्रष्टाचार का भंडाफोड़:
स्थानीय निवासियों ने बताया कि आंगनबाड़ी केंद्र में आने वाला पोषक आहार सिर्फ नाम मात्र के कुछ बच्चों के लिए भेजा जाता है, और बाकी का खाना बाजार में बेचा जा रहा है। इतना ही नहीं, बंसल बस्ती के सूअर पालक इस भोजन
का उपयोग अपने सूअरों को स्वस्थ रखने के लिए कर रहे हैं। यह घटना न केवल शासन की योजनाओं के दुरुपयोग को दर्शाती है, बल्कि बच्चों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ भी है।
प्रशासन की अनदेखी:
केंद्र के समय से न खुलने और भोजन के बर्बादी की खबरें लगातार आती रही हैं, लेकिन इस गंभीर मुद्दे पर प्रशासन की चुप्पी सवाल खड़े करती है। आंगनबाड़ी केंद्र की सहायिका और कार्यकर्ता, कागजों पर बच्चों की उपस्थिति दिखाकर पोषण आहार का घोटाला कर रही हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों का बयान:
आंगनबाड़ी केंद्र के पास रहने वाले एक बुजुर्ग प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि केंद्र पर आने वाला खाना बस्ती के सूअरों को खिलाया जा रहा है। वहीं, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता प्रीति सिंह ने इन आरोपों पर अपना पक्ष भी रखा, जबकि सहायिका
द्वारा रजिस्टर में दर्ज फर्जी बच्चों के नाम का भी खुलासा हुआ है।यह मामला सरकारी योजनाओं की वास्तविक स्थिति पर गंभीर सवाल खड़ा करता है, जहां जिम्मेदार लोग अपने निजी लाभ के लिए बच्चों के हक को लूट रहे हैं।
Raipur Fraud Update : राजधानी रायपुर में मां बेटी की जोड़ी ने लाखों रुपए की ठगी को दिया अंजाम
सरकार की योजनाओं को सही ढंग से लागू करने के लिए तत्काल जांच और कार्रवाई की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
Discover more from ASIAN NEWS BHARAT - Voice of People
Subscribe to get the latest posts sent to your email.