
Raja Raghuvanshi Murder Case
Raja Raghuvanshi Murder Case : शिलॉन्ग। इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की मेघालय के चेरापूंजी में हनीमून के दौरान हत्या के मामले ने देशभर को झकझोर दिया है। अब इस हाई-प्रोफाइल हत्याकांड में शिलॉन्ग पुलिस ने मंगलवार को भारी सुरक्षा के बीच क्राइम सीन रीक्रिएशन किया। इस प्रक्रिया के जरिए पुलिस यह समझने की कोशिश कर रही है कि 23 मई 2025 को कैसे महज 18 मिनट के भीतर राजा की हत्या की गई और उनकी लाश को पहाड़ी खाई में फेंका गया।
Raja Raghuvanshi Murder Case : क्राइम सीन रीक्रिएशन चेरापूंजी (सोहरा) के उसी दुर्गम इलाके में किया गया, जहां राजा की हत्या कर शव को सेल्फी पॉइंट के पास गहरी खाई में फेंका गया था। इस दौरान मुख्य आरोपी सोनम रघुवंशी को एक वाहन में और तीन अन्य आरोपियों- विशाल सिंह चौहान, आकाश राजपूत और आनंद कुर्मी को दूसरे वाहन में घटनास्थल तक लाया गया। मौके पर एसडीआरएफ, फॉरेंसिक टीम और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौजूद थे। हालांकि, हत्या की साजिश रचने वाला मुख्य साजिशकर्ता राज कुशवाहा, जो घटना के वक्त शिलॉन्ग में नहीं था, उसे मौके पर नहीं लाया गया।
Raja Raghuvanshi Murder Case : पुलिस के मुताबिक, 23 मई को दोपहर 2:00 बजे से 2:18 बजे के बीच राजा की हत्या की गई। क्राइम सीन के अनुसार, राजा टॉयलेट के लिए जंगल में रुके थे, तभी सोनम ने अपने साथियों को “मारो इसे” कहकर उकसाया। इसके बाद तीनों आरोपियों ने धारदार हथियारों से राजा पर ताबड़तोड़ वार किए। राजा की मौके पर ही मौत हो गई। फिर चारों ने मिलकर उनका शव उठाया और सेल्फी पॉइंट से खाई में फेंक दिया।
Raja Raghuvanshi Murder Case : हत्या की साजिश फरवरी 2025 से ही रची जा रही थी। सोनम ने अपने कथित प्रेमी राज कुशवाहा के साथ मिलकर यह योजना बनाई थी। राजा और सोनम की शादी 11 मई 2025 को इंदौर में हुई थी और 20 मई को दोनों हनीमून के लिए मेघालय पहुंचे थे। इससे पहले भी हत्या के तीन प्रयास नाकाम हो चुके थे। हत्या के बाद 2 जून को राजा का शव खाई में बरामद हुआ, जिसके बाद जांच तेज हुई और चारों आरोपियों की गिरफ्तारी की गई।
Raja Raghuvanshi Murder Case : जांच के दौरान पुलिस को कई अहम सबूत मिले हैं, जिनमें सीसीटीवी फुटेज, खून से सनी रेनकोट और हत्या में इस्तेमाल हथियार शामिल हैं। बताया जा रहा है कि वारदात के बाद सोनम ने आकाश को खून से सना रेनकोट सौंपा, जिसे बाद में ठिकाने लगा दिया गया। सभी आरोपी फिलहाल आठ दिन की पुलिस हिरासत में हैं और पुलिस 90 दिन के भीतर चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी में जुटी है।