
उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर का प्रसाद : गुणवत्ता और शुद्धता की मिसाल
उज्जैन : तिरुपति मंदिर के लड्डू प्रसादम की पवित्रता और शुद्धता को लेकर बढ़ रहे विवाद ने देश के अन्य मंदिरों में जाने वाले श्रद्धालुओं के मन में भी संकोच भर दिया है।
ऐसे में बात उज्जैन की जाए तो यहां पर भगवान श्री महाकालेश्वर को अर्पित किए जाने वाला भोग प्रसाद आज भी उतनी ही गुणवत्ता और शुद्धता के साथ तैयार किया जाता है
जितने के लिए मंदिर समिति को कई राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुके हैं। ये है श्री महाकालेश्वर मंदिर समिति की वो ईकाई जहां भगवान श्री महाकालेश्वर को अर्पित किया जाने वाला भोग प्रसाद तैयार होता है।
श्रद्धालुओं को प्रसाद में दिए जाने वाले लड्डू प्रसाद को यहां पूरी शु़द्धता और अधिकारियों की देखरेख में तैयार किया जाता है। मंदिर प्रबंध समिति लड्डू में शुद्धता बनाए रखने के लिए बेसन की बजाए चने की दाल खरीदती है
और उसे प्रसाद भवन में ही लगी चक्की में पीसा जाता है। यहां से जो बेसन तैयार होता है, उसे ही प्रसाद के लिए उपयोग किया जाता है।
इसके अलावा रवा, काजू किसमिस और शकर बुरा की क्वालीटी को चेक करने के बाद ही मंदिर समिति उसे क्रय करती है। मंदिर समिति प्रसाद में शुद्वता बनाए रखने के लिए शासकीय डेरी का घी सांची या जो मध्यप्रदेश शासन द्वारा
अधिकृत हो उसी ब्रांड का उपयोग करती है। श्री महाकालेश्व मंदिर प्रबंध समिति के सहायक प्रशासक डॉ़ पीयूष त्रिपाठी बताते हैं कि महाकाल मंदिर के प्रसाद की शुद्धता के लिए उन्हें कई राष्ट्रीय अवार्ड भी मिल चुके हैं।
शुद्धता की कसौटी पर खरा उतरने के कारण ही अयोध्या में श्रीराम जन्म भूमि ट्रस्ट द्वारा उन्हें प्रसाद संबंधी जानकारी के लिए आमंत्रित किया गया था, जिसके बाद उज्जैन से अयोध्या गई टीम ने गुणवत्ता के साथ लड्डू प्रसाद के निर्माण की जानकारी दी थी।