
Operation Sindoor Airstrike on Pakistan: भारत ने जैश-लश्कर के 9 आतंकी ठिकानों को किया ध्वस्त, 90 से अधिक आतंकी ढेर, जानें कहां-कहां हुआ हमला
Operation Sindoor Airstrike on Pakistan: नई दिल्ली। भारत ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले का सख्त जवाब देते हुए मंगलवार देर रात ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में मौजूद आतंकियों के नौ अहम ठिकानों पर एयरस्ट्राइक कर दी। इस कार्रवाई में 90 से ज्यादा आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि हुई है, जिनमें जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर के परिजन भी शामिल हैं।
महज 25 मिनट चले इस ऑपरेशन को भारतीय वायुसेना ने अंजाम दिया। इस दौरान कई मिसाइलें दागी गईं, जिससे आतंकी अड्डे पूरी तरह तबाह हो गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस कार्रवाई को देश की सुरक्षा और संप्रभुता की रक्षा में एक “गौरवपूर्ण कदम” बताया। इस घटनाक्रम के बाद केंद्र सरकार ने 8 मई को सर्वदलीय बैठक बुलाई है।
Operation Sindoor Airstrike on Pakistan: खुफिया इनपुट के आधार पर चला ऑपरेशन
‘ऑपरेशन सिंदूर’ पूरी तरह खुफिया जानकारी पर आधारित था। राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों ने पाकिस्तान और POK में आतंकवाद फैलाने वाले प्रमुख संगठनों—जैसे जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिद्दीन—के प्रशिक्षण शिविरों, लॉन्च पैड और घुसपैठ के अड्डों की सटीक पहचान की थी। इन संगठनों को पाकिस्तानी सेना और ISI से लगातार समर्थन मिल रहा था।
Operation Sindoor Airstrike on Pakistan: 9 प्रमुख आतंकी ठिकाने हुए निशाना
मरकज सुभान अल्लाह, बहावलपुर
जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय, जहां आतंकियों को कट्टरपंथ और युद्ध तकनीक की ट्रेनिंग दी जाती थी। पुलवामा हमले की साजिश यहीं रची गई थी।
मरकज तैयबा, मुरीदके
लश्कर-ए-तैयबा का प्रमुख ट्रेनिंग सेंटर, जहां से 26/11 के हमलावर अजमल कसाब समेत कई आतंकी निकले थे।
सरजाल/तेहरा कलां, नरोवाल
जैश का लॉन्चिंग पैड, जहां सुरंग निर्माण, ड्रोन गतिविधियों और घुसपैठ की साजिशें रची जाती थीं।
महमूना जोया सेंटर, सियालकोट
हिजबुल का अड्डा, जो हथियार प्रशिक्षण और सीमापार घुसपैठ का केंद्र था।
मरकज अहले हदीस, बरनाला
पुंछ-राजौरी क्षेत्र में सक्रिय लश्कर का अड्डा, जिसमें 100 से ज्यादा आतंकी ठहरे रहते थे।
मरकज अब्बास, कोटली
जैश का गढ़, जो भारत में आतंकियों की भेजने की रणनीति तैयार करता था।
मस्कर राहील शाहिद, कोटली
हिजबुल का पुराना कैंप, जहां 200 आतंकियों को युद्ध की तकनीकी ट्रेनिंग दी जाती थी।
शावाई नाल्लाह कैंप, मुजफ्फराबाद
लश्कर का बड़ा ट्रेनिंग कैंप, जहां 26/11 के हमलावर भी ट्रेन हुए थे।
मरकज सैयदना बिलाल, मुजफ्फराबाद
जैश का आखिरी ठिकाना, जो घुसपैठ से पहले आतंकियों का अंतिम स्टॉप था।
Operation Sindoor Airstrike on Pakistan: अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की सफाई
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने अमेरिका, ब्रिटेन, जापान, सऊदी अरब और फ्रांस के समकक्षों को जानकारी दी कि यह हमला आत्मरक्षा में और सीमित उद्देश्य के लिए किया गया था। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत युद्ध नहीं चाहता, लेकिन आतंक के खिलाफ सख्त रुख अपनाएगा।
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