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MP News : भोपाल। मध्य प्रदेश के भोपाल में खाद्य एवं औषधि प्रशासन की टीम ने दावा बाजार में एक दवा दुकान पर छापा मारा। छापे में रेस्पिफ्रेस डी और एएनएफ कफ सिरप की 90 बोतलें जब्त की गईं। 10 बोतलों के सैंपल सील कर जांच के लिए भेजे गए, जबकि बाकी 80 बोतलों को टीम अपने साथ ले गई। छिंदवाड़ा में 19 दवाओं के नमूनों की जांच रिपोर्ट में इन सिरप्स में डायएथिलीन ग्लाइकॉल की अधिक मात्रा पाई गई, जो कोल्ड्रिफ सिरप वाले ही घातक केमिकल से मिलता-जुलता है। दोनों सिरप गुजरात में निर्मित हैं। इस खुलासे के बाद दोनों सिरप पर तत्काल प्रतिबंध लगाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
MP News : छापे का विवरण
खाद्य एवं औषधि प्रशासन की टीम ने दावा बाजार की एक दुकान पर दबिश दी। दुकान से रेस्पिफ्रेस डी और एएनएफ कफ सिरप की कुल 90 बोतलें बरामद हुईं। 10 बोतलों के सैंपल तत्काल सील कर लैब जांच के लिए भेजे गए, जबकि शेष 80 बोतलों को जब्त कर लिया गया। अधिकारियों ने बताया कि यह कार्रवाई छिंदवाड़ा कफ सिरप कांड के बाद बढ़ी सतर्कता का हिस्सा है।
MP News : जांच में मिला घातक केमिकल
छिंदवाड़ा में 19 दवाओं के नमूनों की जांच रिपोर्ट में रेस्पिफ्रेस डी और एएनएफ कफ सिरप में डायएथिलीन ग्लाइकॉल की अधिक मात्रा पाई गई। यह वही केमिकल है, जो कोल्ड्रिफ सिरप में मिला था, जिससे बच्चों की मौत हुई थी। विशेषज्ञों के अनुसार, कफ सिरप में इस केमिकल की अधिकतम सीमा 0.1 प्रतिशत है, लेकिन इन सिरप्स में यह घातक स्तर पर था। इससे किडनी फेल और ब्रेन डैमेज का खतरा होता है। दोनों सिरप गुजरात की कंपनियों द्वारा निर्मित हैं।
MP News : तत्काल प्रतिबंध की प्रक्रिया
इस खुलासे के बाद मध्य प्रदेश सरकार ने दोनों सिरप पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की प्रक्रिया तेज कर दी है। स्वास्थ्य विभाग ने दुकानों और अस्पतालों में इनकी बिक्री रोकने के निर्देश जारी किए हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पहले ही कोल्ड्रिफ सिरप पर बैन लगाया था, और अब यह कार्रवाई राज्य में दूषित दवाओं के खिलाफ अभियान को मजबूत करेगी।
MP News : जनता के लिए चेतावनी
प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि कफ सिरप या अन्य दवाओं का उपयोग करने से पहले डॉक्टर की सलाह लें। विशेषज्ञों ने कहा कि ऐसे केमिकल्स से बच्चों को विशेष खतरा है।
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