
Mahakumbh 2025 : संगम में BJP नेताओं की डुबकी पर खड़गे ने कसा तंज.....
नई दिल्ली: Mahakumbh 2025 : कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेताओं द्वारा प्रयागराज के संगम में गंगा स्नान करने को लेकर तंज कसा है। खड़गे ने कहा कि “गंगा स्नान से गरीबी दूर नहीं होगी,” यह बयान भाजपा नेताओं की गंगा स्नान की यात्रा पर दिया गया था। उनका इशारा उन नेताओं की ओर था जिन्होंने पिछले दिनों उत्तर प्रदेश के प्रयागराज स्थित संगम में गंगा स्नान किया था।
Mahakumbh 2025 : खड़गे के इस बयान के बाद भारतीय जनता पार्टी ने तीखा पलटवार करते हुए कहा कि खड़गे की टिप्पणी ‘नफरत फैलाने वाली’ और ‘देश की आस्था का अपमान’ करने वाली है। भाजपा ने खड़गे के बयान को न केवल असंवेदनशील करार दिया, बल्कि आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी हमेशा धार्मिक आस्थाओं का मजाक उड़ाने का काम करती रही है।
खड़गे का बयान
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोमवार को एक सार्वजनिक मंच पर कहा, “गंगा स्नान से गरीबी दूर नहीं होगी, और जो लोग इस तरह के तामझाम करते हैं, उन्हें इस बात का अहसास होना चाहिए।” उनका यह बयान भाजपा नेताओं के गंगा स्नान की तीव्र आलोचना करने के संदर्भ में था।
Mahakumbh 2025
खड़गे का यह बयान उन नेताओं के गंगा स्नान करने पर था जिन्होंने हाल ही में प्रयागराज में संगम के पवित्र जल में स्नान किया था और इसे एक धार्मिक आस्था से जोड़ते हुए अपने राजनीतिक एजेंडे को प्रचारित करने का प्रयास किया था। खड़गे ने कहा कि गरीबों की स्थिति को सुधारने के लिए नेताओं को धार्मिक स्थलों पर स्नान करने के बजाय ठोस कदम उठाने चाहिए।
भाजपा का पलटवार
इस बयान के बाद भाजपा ने खड़गे के बयान का विरोध करते हुए कहा कि कांग्रेस हमेशा हिंदू धर्म और उसकी आस्थाओं का अपमान करती रही है। भाजपा ने कहा कि खड़गे का बयान एक ‘अविवेकपूर्ण टिप्पणी’ है और यह देश की सांस्कृतिक धरोहर के प्रति उनका आदर नहीं दिखाता। भाजपा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी सत्ता में रहते हुए हिंदू धर्म के प्रतीकों और आस्थाओं को हमेशा मजाक का विषय बनाती रही है।
भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, “यह बयान न केवल घृणास्पद है बल्कि भारतीय जनता पार्टी और हमारे नेताओं की धार्मिक आस्थाओं का अपमान करने की एक शर्मनाक कोशिश है। हम खड़गे से सवाल करते हैं कि क्या उनके लिए भारत की सांस्कृतिक धरोहर का कोई सम्मान है?”
संगम में गंगा स्नान
प्रयागराज में गंगा स्नान करने का राजनीतिक और धार्मिक महत्व है। यह परंपरा हमेशा से नेताओं के लिए अपनी धार्मिक आस्था का प्रदर्शन करने का एक तरीका रही है। भाजपा के कई नेता ऐसे धार्मिक आयोजनों में भाग लेते रहे हैं, जिससे उनकी छवि एक आस्थावान नेता की बनती है।
हालांकि, खड़गे का यह बयान भाजपा द्वारा किए गए धार्मिक आस्थाओं के प्रचार को लेकर आलोचना के रूप में देखा जा रहा है। भाजपा का कहना है कि यदि कांग्रेस पार्टी गरीबों और समाज के पिछड़े वर्ग के लिए कुछ करना चाहती है, तो उसे गंगा स्नान से पहले उनके लिए योजनाओं का कार्यान्वयन करना चाहिए।
Discover more from ASIAN NEWS BHARAT - Voice of People
Subscribe to get the latest posts sent to your email.