
Kedarnath Yatra
Kedarnath Yatra : देहरादून: उत्तराखंड में भारी बारिश का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसी बीच केदारनाथ यात्रा पर एक बार फिर प्राकृतिक आपदा का असर देखने को मिला है। सोनप्रयाग और मुनकटिया के बीच देर रात भूस्खलन की बड़ी घटना हुई, जिसमें करीब 40 श्रद्धालु फंस गए। हालांकि, SDRF और NDRF की टीमों ने तेजी दिखाते हुए सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया।
Kedarnath Yatra : मलबे में फंसे श्रद्धालु
घटना देर रात की बताई जा रही है जब सोनप्रयाग और मुनकटिया के बीच अचानक पहाड़ दरकने लगा और भारी मलबा सड़क पर आ गिरा। इस दौरान यात्रा कर रहे श्रद्धालु वहां फंस गए। मलबे और खराब मौसम के चलते रास्ता पूरी तरह अवरुद्ध हो गया।
लेकिन राहत की बात यह रही कि SDRF और NDRF की टीमों ने तत्काल रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया और सभी 40 लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने में सफलता पाई। इस दौरान का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें जवान श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाते नजर आ रहे हैं।
Kedarnath Yatra : अस्थायी रूप से रोकी गई केदारनाथ यात्रा
भूस्खलन की घटना के बाद केदारनाथ यात्रा को फिलहाल अस्थायी रूप से रोक दिया गया है। हर साल जुलाई के महीने में इस रूट पर भूस्खलन की घटनाएं आम होती हैं, जिससे यात्रियों की सुरक्षा को लेकर प्रशासन अलर्ट रहता है।
Kedarnath Yatra : यमुनोत्री हाईवे पर भी तबाही
केवल केदारनाथ ही नहीं, यमुनोत्री हाईवे भी भारी बारिश और बादल फटने की घटनाओं से प्रभावित हुआ है। सिलाई बैंड के पास सड़क का एक बड़ा हिस्सा 20-25 मीटर तक बह गया है, जिससे यातायात ठप हो गया है। पैदल आवाजाही तो संभव है, लेकिन वह भी खतरे से खाली नहीं है। इस क्षेत्र में 254 फंसे यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला गया, जबकि सात लोग अब भी लापता हैं। उनकी खोज के लिए NDRF की टीमें स्निफर डॉग्स की मदद से तलाशी अभियान चला रही हैं।