नई दिल्ली: Kailash Mansarovar Yatra : भारत और चीन के संबंधों में एक सकारात्मक पहल देखने को मिली है। दोनों देशों ने कैलाश मानसरोवर यात्रा को फिर से शुरू करने पर सहमति जताई है।
Kailash Mansarovar Yatra : यह महत्वपूर्ण यात्रा, जो भारत के श्रद्धालुओं के लिए धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व रखती है, कोविड-19 महामारी और सीमा विवाद के चलते पिछले कुछ वर्षों से रुकी हुई थी।
विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को जानकारी दी कि इस निर्णय को भारत और चीन के बीच रिश्तों को स्थिर करने और मजबूत करने के उद्देश्य से लिया गया है।
यह समझौता हाल ही में हुई उच्च-स्तरीय वार्ताओं के दौरान हुआ, जहां दोनों देशों ने आपसी संबंधों को बेहतर बनाने के लिए कई जन-केंद्रित कदम उठाने का निर्णय लिया।
कैलाश मानसरोवर यात्रा का महत्व
कैलाश पर्वत और मानसरोवर झील, जो तिब्बत में स्थित हैं, हिंदू, बौद्ध, जैन और बोन धर्म के अनुयायियों के लिए अत्यंत पवित्र माने जाते हैं। हर साल बड़ी संख्या में श्रद्धालु इस कठिन यात्रा पर जाते हैं, जिसे धार्मिक आस्था और आत्मशुद्धि का प्रतीक माना जाता है।
कैलाश मानसरोवर यात्रा न केवल एक आध्यात्मिक यात्रा है, बल्कि यह भारतीय और तिब्बती संस्कृति के बीच एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक जुड़ाव का भी प्रतीक है। यात्रा के दौरान श्रद्धालु दुर्गम पहाड़ी रास्तों से गुजरते हैं और प्राकृतिक सौंदर्य का अनुभव करते हैं।
संबंध सुधारने की दिशा में कदम
विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा, “भारत और चीन ने संबंधों को स्थिर करने और मजबूत करने के लिए आपसी संवाद को बढ़ाने और कुछ जन-केंद्रित कदम उठाने पर सहमति व्यक्त की है। कैलाश मानसरोवर यात्रा को फिर से शुरू करना इन्हीं प्रयासों का हिस्सा है।”
यह समझौता दोनों देशों के बीच विश्वास बहाली के उपायों को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। खासकर, हाल के वर्षों में सीमा विवाद और तनावपूर्ण संबंधों के कारण दोनों देशों के बीच दूरी बढ़ गई थी। ऐसे में यह पहल सांस्कृतिक और धार्मिक जुड़ाव के माध्यम से रिश्तों को सुधारने का प्रयास है।
यात्रा की संभावित समयसीमा और प्रक्रिया
अभी तक यात्रा के फिर से शुरू होने की सटीक समयसीमा की घोषणा नहीं हुई है, लेकिन माना जा रहा है कि इसके लिए दोनों देशों के अधिकारी जल्द ही योजना और व्यवस्थाओं को अंतिम रूप देंगे।
यात्रा के लिए भारतीय श्रद्धालुओं को पहले की तरह विदेश मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से आवेदन करना होगा। इस यात्रा के लिए शारीरिक और मानसिक रूप से फिट होना आवश्यक है, क्योंकि यह एक चुनौतीपूर्ण यात्रा है।
श्रद्धालुओं में उत्साह
कैलाश मानसरोवर यात्रा के फिर से शुरू होने की खबर से श्रद्धालुओं में उत्साह की लहर है। देशभर में लोग इस फैसले का स्वागत कर रहे हैं। उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, और अन्य राज्यों के तीर्थयात्री इस यात्रा के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
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