
Iran-Israel-Vladimir Putin
Iran-Israel-Vladimir Putin: नई दिल्ली/सेंट पीटर्सबर्ग: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बुधवार को पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव को लेकर महत्वपूर्ण बयान दिया। उन्होंने कहा कि रूस ईरान और इज़राइल के बीच मध्यस्थता के लिए तैयार है और एक ऐसा समझौता कराने की कोशिश करेगा, जो ईरान को शांतिपूर्ण परमाणु कार्यक्रम चलाने की अनुमति दे और साथ ही इज़राइल की सुरक्षा चिंताओं को भी संबोधित करे।
यह बयान उन्होंने सेंट पीटर्सबर्ग में आयोजित इंटरनेशनल इकोनॉमिक फोरम के दौरान मीडिया से बातचीत में दिया। पुतिन ने कहा “यह एक जटिल मुद्दा है, लेकिन मुझे विश्वास है कि इसका समाधान संभव है।”
Iran-Israel-Vladimir Putin: ईरान, इज़राइल और अमेरिका को भेजा प्रस्ताव
पुतिन ने बताया कि यह प्रस्ताव तीनों पक्षों—ईरान, इज़राइल और अमेरिका को भेजा गया है। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि रूस कोई दबाव नहीं बना रहा, बल्कि सिर्फ संवाद और समाधान के विकल्प तलाश रहा है। “हम किसी पर कुछ थोपना नहीं चाहते। निर्णय इन देशों के नेताओं को ही लेना है।”
Iran-Israel-Vladimir Putin: पश्चिम एशिया में रूस की स्थिति
रूस के पश्चिम एशिया के सभी प्रमुख देशों के साथ अच्छे संबंध हैं, जिससे वह इस क्षेत्र में एक विश्वसनीय और प्रभावी मध्यस्थ की भूमिका निभा सकता है। पुतिन ने यह भी खुलासा किया कि हाल ही में उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से भी इस मुद्दे पर बात की थी। हालांकि, ट्रंप ने पहले रूस-यूक्रेन युद्ध पर ध्यान देने की सलाह दी।
Iran-Israel-Vladimir Putin: ईरान के साथ रूस की साझेदारी
पुतिन ने बताया कि रूस ने ईरान के बुशेहर न्यूक्लियर पावर प्लांट के पहले चरण की स्थापना में मदद की थी। वर्तमान में करीब 200 रूसी इंजीनियर और तकनीकी विशेषज्ञ ईरान में दो अन्य परमाणु संयंत्रों के निर्माण में सहयोग कर रहे हैं। यह साझेदारी रूस और ईरान के बीच तकनीकी और रणनीतिक रिश्तों को दर्शाती है।
Iran-Israel-Vladimir Putin: ट्रंप की भूमिका पर पुतिन का बयान
राष्ट्रपति पुतिन ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तारीफ भी की। उन्होंने कहा “यदि ट्रंप 2022 में सत्ता में होते, तो संभव है कि रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू ही नहीं होता।” उन्होंने यह भी कहा कि ट्रंप का यूक्रेन में शांति लाने का वादा गंभीरता से लेने लायक है।