
Indian Navy
Indian Navy: विशाखापत्तनम: भारतीय नौसेना ने आज विशाखापत्तनम के नेवल डॉकयार्ड में स्वदेशी डाइविंग सपोर्ट वेसल (DSV) आईएनएस निस्तार को अपनी नौसेना बेड़े में शामिल किया। यह जहाज हिंदुस्तान शिपयार्ड लिमिटेड द्वारा निर्मित है और 8 जुलाई को नौसेना को सौंपा गया था। इस समारोह में केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ भी मौजूद थे, जिन्होंने इस महत्वपूर्ण अवसर पर अपने विचार व्यक्त किए।
नौसेना की ताकत में इजाफा
रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने कहा, “आईएनएस निस्तार भारतीय नौसेना की ताकत को और अधिक बढ़ाएगा। भारत अब हथियारों का आयातक नहीं बल्कि निर्यातक बन चुका है, जिसने 23,622 करोड़ रुपये का निर्यात किया है और अब 50,000 करोड़ रुपये का लक्ष्य रखा है।”
नौसेना प्रमुख का बयान
नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने बताया कि यह जहाज गहरे समुद्र में डाइविंग और बचाव कार्यों को सशक्त करेगा और नौसेना की क्षमता को और भी मजबूत करेगा।
आईएनएस निस्तार के बारे में
आईएनएस निस्तार, जिसका नाम संस्कृत शब्द ‘निस्तार’ (बचाव) से प्रेरित है, 118 मीटर लंबा और 10,000 टन वजनी है। यह जहाज 300 मीटर तक गहरे पानी में काम कर सकता है और डीएसआरवी (डाइविंग सपोर्ट और रेस्क्यू वेसल) के लिए मदर शिप की भूमिका निभाता है। जहाज के 80% उपकरण स्वदेशी हैं, और इसके निर्माण में 120 एमएसएमई ने योगदान दिया है। यह जहाज आपातकालीन मरम्मत और बचाव कार्यों में सक्षम है, जो भारतीय नौसेना की सैन्य क्षमता को और भी सशक्त बनाएगा।