
India-US Trade Deal
India-US Trade Deal: नई दिल्ली। भारत और अमेरिका के बीच लंबे समय से चली आ रही व्यापार वार्ता अब अपने निर्णायक चरण में पहुंच गई है। इस महीने के अंत में दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडल के बीच एक अहम बैठक प्रस्तावित है, जिसमें संभावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते (Bilateral Trade Deal) को अंतिम रूप दिया जा सकता है। सूत्रों के अनुसार, वार्ता में अधिकांश प्रमुख बिंदुओं पर सैद्धांतिक सहमति बन चुकी है, और समझौता अब बेहद करीब नजर आ रहा है।
India-US Trade Deal: ट्रंप काल का 10% बेस शुल्क बना चर्चा का केंद्र
वर्तमान व्यापार चर्चा का केंद्र बिंदु वह 10% बेस इंपोर्ट शुल्क है जिसे अमेरिका ने ट्रंप प्रशासन के दौरान 5 अप्रैल से सभी देशों के लिए लागू किया था। भारत इस शुल्क को व्यापार में अनावश्यक बाधा मानते हुए इसे पूरी तरह समाप्त करने की मांग पर अड़ा हुआ है। इसके अलावा, भारत ने 9 जुलाई से लागू होने वाले अतिरिक्त 16% ट्रेड चार्ज को लेकर भी आपत्ति जताई है और अमेरिका से इसको भी समाप्त करने की अपील की है।
India-US Trade Deal: भारत की नई ईवी नीति से अमेरिका को लाभ
वार्ता में इलेक्ट्रिक वाहनों के आयात पर शुल्क को लेकर भी सहमति बनती दिख रही है। वर्तमान में भारत ईवी आयात पर 110% शुल्क लगाता है, लेकिन हाल ही में घोषित नई इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी के तहत यह शुल्क कुछ शर्तों के साथ 15% तक कर दिया गया है। अमेरिका के लिए इसमें 95% की कटौती का लाभ होगा।
हालांकि, भारत ने इस नीति के तहत 8,000 यूनिट प्रति वर्ष का कोटा निर्धारित किया है, जिसे अमेरिका बढ़ाने की मांग कर सकता है। इसके अलावा, भारत ने यह रियायत केवल $35,000 (लगभग ₹29 लाख) तक की कीमत वाली गाड़ियों पर ही दी है, जिसे बढ़ाने की भी चर्चा है।
India-US Trade Deal: कृषि और ऑटो सेक्टर में खुलने के संकेत
भारत की ओर से वार्ता में सबसे संवेदनशील माने जाने वाले कृषि और ऑटोमोबाइल सेक्टर को आंशिक रूप से खोलने के संकेत दिए गए हैं। वहीं अमेरिका ने भी भारत की कृषि से जुड़ी चिंताओं पर सकारात्मक रुख अपनाया है। इससे वार्ता में सहमति की संभावना और मजबूत हुई है।
India-US Trade Deal: ब्रिटेन मॉडल खारिज, भारत का अमेरिका को स्पष्ट संदेश
सूत्रों की मानें तो अमेरिका ने भारत को सुझाव दिया था कि वह ब्रिटेन के साथ हुए व्यापार समझौते की तर्ज पर ही शुल्क संरचना बनाए रखे, लेकिन भारत ने इसे सिरे से खारिज कर दिया है। भारत का रुख स्पष्ट है वह अमेरिका के साथ एक स्वतंत्र और निष्पक्ष व्यापार समझौता चाहता है, जिसमें सभी अतिरिक्त शुल्कों को समाप्त किया जाए।
India-US Trade Deal: समझौते की समयसीमा: 9 जुलाई से पहले लक्ष्य
भारत का प्रयास है कि यह संधि 9 जुलाई से पहले अंतिम रूप ले ले। इससे न केवल व्यापारिक रिश्तों में नई ऊर्जा आएगी बल्कि वैश्विक निवेशकों के लिए भी भारत की स्थिति मजबूत होगी।