
दिनभर काम करने के बाद शरीर पूरी तरह थक जाता है, जिससे मांसपेशियों में दर्द और तनाव महसूस होता है। इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए तिल का तेल एक बेहतरीन उपाय है। आयुर्वेद में तिल के तेल को ‘तेलों का राजा’ कहा गया है, क्योंकि इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करके शरीर को रिलैक्स महसूस कराते हैं।
तिल के तेल के फायदे
- थकान और तनाव कम करता है: तिल के तेल से मालिश करने पर मांसपेशियों का तनाव कम होता है और दिनभर की थकान दूर होती है।
- नींद में सुधार: पैरों के तलवों पर तिल के तेल की मालिश से अनिद्रा की समस्या कम होती है और सुकूनभरी नींद आती है।
- आंखों के दर्द में राहत: तलवों पर मालिश करने से आंखों की थकान और दर्द भी कम होता है।
- तनाव दूर करता है: इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट मानसिक तनाव को कम करने में मदद करते हैं।
- त्वचा की देखभाल: तिल का तेल त्वचा को पोषण देता है और इसे मुलायम बनाता है।
तिल के तेल से मसाज करने का तरीका
- तेल को हल्का गर्म करें: सबसे पहले तिल के तेल को हल्का गर्म करें ताकि यह त्वचा में बेहतर तरीके से अवशोषित हो सके।
- तलवों पर रगड़ें: हल्के गर्म तिल के तेल को पैरों के तलवों पर अच्छे से रगड़ें। गोलाई में मालिश करें ताकि रक्त संचार बढ़ सके।
- पूरे शरीर पर मालिश करें: चाहें तो पूरे शरीर पर हल्के दबाव के साथ तिल के तेल से मालिश करें। इससे मांसपेशियों को आराम मिलेगा।
- सोने से पहले करें मसाज: यह प्रक्रिया सोने से पहले करने से बेहतर नींद आती है और शरीर रिलैक्स महसूस करता है।
क्यों है तिल का तेल खास?
तिल के तेल में एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन ई और फैटी एसिड होते हैं, जो त्वचा को पोषण देने के साथ-साथ तनाव को कम करने में मदद करते हैं। यह आयुर्वेदिक औषधि के रूप में सदियों से इस्तेमाल किया जा रहा है।
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