Hareli Tihar 2024 : छत्तीसगढ़ का पहला त्यौहार हरेली, जानें इस साल कब मनाया जायेगा

Hareli Tihar 2024

Hareli Tihar 2024 : छत्तीसगढ़ का हरेली तिहार एक महत्वपूर्ण पारंपरिक त्योहार है जो विशेष रूप से खेती और कृषि के लिए समर्पित है। यह त्योहार श्रावण मास के पहले रविवार को मनाया जाता है, जो आमतौर पर जुलाई या अगस्त के महीने में आता है।

2024 में, हरेली तिहार 4 अगस्त को मनाया जाएगा। इस दिन को किसान और ग्रामीण क्षेत्र के लोग बहुत धूमधाम से मनाते हैं। हरेली तिहार पर विशेष रूप से नई फसल की बुवाई की जाती है,

और इस अवसर पर घरों और खेतों को सजाया जाता है। लोग इस दिन अपने बैल, गाय, और अन्य घरेलू जानवरों की पूजा करते हैं और उनके लिए विशेष पकवान बनाते हैं।

इस त्योहार के दौरान लोकनृत्य, संगीत और पारंपरिक खेलों का आयोजन भी होता है, जो पूरे वातावरण को खुशहाल बना देते हैं। हरेली तिहार का मुख्य उद्देश्य कृषि के प्रति सम्मान और कृतज्ञता व्यक्त करना है।

Hareli Tihar 2024

हरेली तिहार का महत्व:

  1. कृषि के प्रति सम्मान: हरेली तिहार कृषि और किसान के प्रति सम्मान और कृतज्ञता व्यक्त करने का अवसर है। यह खासतौर पर कृषि पर निर्भर समुदायों के लिए महत्वपूर्ण होता है।
  2. नई फसल की बुवाई: इस दिन नए बीज बोने और फसल की शुरुआत की जाती है। किसान खेतों में काम शुरू करते हैं और इस अवसर को नए फसल के आगमन के रूप में मानते हैं।
  3. पशु पूजा: बैल, गाय, और अन्य घरेलू जानवरों की पूजा की जाती है, क्योंकि ये जानवर कृषि कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इनकी पूजा कर उन्हें अच्छे स्वास्थ्य और समृद्धि की कामना की जाती है।
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हरेली तिहार के प्रमुख गतिविधियाँ:

  1. फूलों की सजावट: घरों और खेतों को सजाया जाता है। इस दिन विशेष रूप से हरे रंग की सजावट की जाती है, जो नई फसल और हरियाली का प्रतीक है।
  2. पारंपरिक नृत्य और संगीत: लोकनृत्य, जैसे कि ‘सुआ’ और ‘पंथी’, और पारंपरिक संगीत का आयोजन होता है। लोग समूह में इकट्ठा होकर इनका आनंद लेते हैं।
  3. खेल और सांस्कृतिक कार्यक्रम: इस दिन विभिन्न पारंपरिक खेल जैसे कि दौड़, कबड्डी, और लोक खेल होते हैं। सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं।
  4. विशेष पकवान: खासतौर पर इस दिन विशेष पकवान तैयार किए जाते हैं। लोकल व्यंजनों में प्रमुख रूप से चिउड़े, चना, गुड़, और अन्य पारंपरिक मिठाइयां शामिल होती हैं।
  5. पशु पूजा: जानवरों की पूजा करके उनके लिए विशेष भोजन तैयार किया जाता है। बैल और गायों को सजाया जाता है और उनकी खास देखभाल की जाती है।

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हरेली तिहार 2024:

  • तिथि: 4 अगस्त 2024 (श्रावण माह के पहले रविवार को)

इस दिन सभी ग्रामीण क्षेत्र, विशेषकर छत्तीसगढ़ के विभिन्न हिस्से, खासतौर पर हरेली तिहार की धूमधाम और खुशियाँ मनाते हैं। यह त्योहार छत्तीसगढ़ की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक है और लोगों के जीवन में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है।


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