
वैसे तो सरकार दिव्यांग की मदद के लिए हमेशा तत्पर रहती है । लेकिन स्थानीय प्रशासन इन दिव्यांगों को जगह से खोज निकालने में असफल भी नजर आ रही है। मरवाही जनपद के ग्राम नाका का टिपकापानी मोहल्ला जहां राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र व विशेष पिछड़ी जनजाति का धनुहार समुदाय बसता है, यही बुंदु लाल का परिवार रहता है, जिनकी एक नव वर्षीय बेटी छोटी बाई है । जो कक्षा पहली तक तो स्कूल गई, लेकिन उसके बाद उसका स्कूल जाना छूट गया।
उस समय वह पूरी तरह से स्वस्थ थी, लेकिन कुछ समय बाद उसकी तबियत बिगड़ी और परिवार उसे लेकर उसके इलाज के लिये जगह जगह घूमता रहा, परिवार के लोगों ने बताया कि इलाज के बाद भी स्वास्थ्य में सुधार नहीं हुआ और बच्ची को स्कूल छोड़ना पड़ा। धीरे-धीरे बच्ची अब दिव्यांग की जिंदगी गुजार रही है ।वहीं पंचायत व जन प्रतिनिधियों से कई दफे सहायता मांगने के बाद भी आज तक ना इस बच्ची के आने जाने के लिए ट्राई साइकिल मिल पाई, न हीं इस बच्ची की सुविधा के लिए घर में शौचालय बनवाया गया । इस वजह से पूरे परिवार को बड़ी समस्या का सामना करना पड़ता है। अब देखने वाली बात होगी कि खबर दिखाए जाने के बाद कब तक इस बच्ची को प्रशासन की ओर से ट्राइसाइकिल आदि की मदद मिल पाती है…
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