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Chhattisgarh News : दुर्ग : मोम के निर्माण ने कई महिलाओं के लिए आजीविका का एक महत्वपूर्ण आधार बना दिया है। विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में, महिलाएं मोम से बने उत्पादों के जरिए आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रही हैं।
महिलाओं की आजीविका का आधार:
स्वयं सहायता समूह: कई महिलाएं स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से मोम के उत्पाद बनाने में संलग्न हैं, जिससे उन्हें आर्थिक मदद और रोजगार के अवसर मिल रहे हैं।
उत्पादों की विविधता: मोम से बने विभिन्न उत्पाद जैसे मोमबत्तियाँ, सजावटी सामान और अन्य हस्तशिल्प वस्तुएं बाजार में उपलब्ध हैं, जो महिलाओं की आय में वृद्धि कर रही हैं।
सरकारी योजनाएँ:
राष्ट्रीय आजीविका मिशन: इस मिशन के तहत महिलाओं को प्रशिक्षण और संसाधन प्रदान किए जा रहे हैं, जिससे वे अपने व्यवसाय को सफलतापूर्वक चला सकें।
आर्थिक सहायता: सरकार द्वारा दी जाने वाली आर्थिक सहायता और सब्सिडी ने महिलाओं को अपने व्यवसाय को स्थापित करने में मदद की है।
इस प्रकार, मोम का निर्माण न केवल महिलाओं के लिए एक रोजगार का साधन बन रहा है, बल्कि यह उन्हें आत्मनिर्भर बनने की दिशा में भी आगे बढ़ा रहा है।
महिलाएं अब अपनी मेहनत और लगन से अपने परिवारों का भरण-पोषण कर रही हैं और समाज में एक नई पहचान बना रही हैं।
https://www.youtube.com/watch?v=lMOuxDCtbEU
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