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CG News: रायपुर। छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण को लेकर चल रही सियासी हलचल के बीच मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कड़ा बयान जारी किया है। उन्होंने धर्मांतरण को छत्तीसगढ़ के लिए एक ‘कलंक’ करार देते हुए कहा कि इसे रोकने के लिए उनकी सरकार ठोस और निर्णायक कदम उठाएगी। सीएम साय ने इसे ‘अंतिम लड़ाई’ बताते हुए धर्मांतरण के खिलाफ सख्त कार्रवाई का संकल्प जताया।
CG News: हालिया घटना और सियासी बवाल
हाल ही में दुर्ग जिले में धर्मांतरण और मानव तस्करी के आरोप में केरल की दो ननों को गिरफ्तार किया गया था। इस घटना ने न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि दिल्ली तक सियासी तूफान खड़ा कर दिया था। मामले ने तब और तूल पकड़ा जब दोनों ननों को एनआईए कोर्ट ने शनिवार, 2 अगस्त 2025 को जमानत दे दी, जिसके बाद उन्हें जेल से रिहा कर दिया गया। इस घटना ने राज्य में धर्मांतरण के मुद्दे को और गर्म कर दिया।
CG News: सीएम का सख्त संदेश
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा, “धर्मांतरण छत्तीसगढ़ की संस्कृति और सामाजिक ताने-बाने के लिए एक गंभीर खतरा है। यह हमारे राज्य के लिए कलंक है, और इसे जड़ से खत्म करने के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है।” उन्होंने स्पष्ट किया कि धर्मांतरण को रोकने के लिए कड़े कानूनी और प्रशासनिक कदम उठाए जाएंगे, ताकि ऐसी गतिविधियों पर पूरी तरह अंकुश लगाया जा सके।
CG News: सरकार की रणनीति
सीएम साय ने जोर देकर कहा कि उनकी सरकार इस मुद्दे पर कोई ढिलाई नहीं बरतेगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि धर्मांतरण से संबंधित गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जाए और दोषियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की जाए। साथ ही, उन्होंने जनता से अपील की कि वे ऐसी गतिविधियों की सूचना प्रशासन को दें, ताकि समय रहते कदम उठाए जा सकें।
CG News: सियासी प्रतिक्रियाएं
दुर्ग में ननों की गिरफ्तारी और फिर उनकी जमानत ने सियासी दलों के बीच तीखी बयानबाजी को जन्म दिया है। जहां सत्तारूढ़ पार्टी धर्मांतरण के खिलाफ सख्त कानून और कार्रवाई की वकालत कर रही है, वहीं विपक्ष ने इस मुद्दे को लेकर सरकार पर सांप्रदायिक ध्रुवीकरण का आरोप लगाया है। हालांकि, सीएम साय ने स्पष्ट किया कि उनकी सरकार का उद्देश्य सामाजिक सौहार्द बनाए रखना और अवैध गतिविधियों को रोकना है।