
CG News: CM साय ने शुरू किया "मोर दुआर-साय सरकार महाअभियान", हर गरीब को मिलेगा पक्का मकान...
CG News: रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने 15 अप्रैल 2025 को बस्तर जिले के घाटपदमपुर गांव से “मोर दुआर-साय सरकार महाअभियान” का शुभारंभ किया। इस अभियान का उद्देश्य ऐसे परिवारों की पहचान करना है जो अभी भी कच्चे मकानों में रह रहे हैं या बेघर हैं, ताकि उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण (PMAY-G) के अंतर्गत पक्के मकान उपलब्ध कराए जा सकें।
मुख्यमंत्री साय ने अभियान की शुरुआत के दौरान स्वयं ग्रामीणों के घर जाकर उनकी स्थितियों का जायजा लिया और “हर पात्र परिवार को पक्का मकान देना हमारी सरकार की प्राथमिक जिम्मेदारी है” यह बात स्पष्ट की। उन्होंने लाभार्थियों से संवाद कर उनकी समस्याएं सुनीं और सर्वेक्षण की प्रक्रिया को समझा।
CG News: जगदलपुर से शुरू हुई पहल
बस्तर के घाटपदमपुर गांव में इस महाअभियान की शुरुआत करते हुए मुख्यमंत्री ने कई परिवारों के घरों का दौरा किया। ग्रामीणों ने इस पहल का खुले दिल से स्वागत किया और सरकार की प्रतिबद्धता की सराहना की। उन्होंने कहा, “छत्तीसगढ़ में कोई भी परिवार पक्के मकान के बिना न रहे”, यही इस अभियान का संकल्प है।
CG News: सरकार का ठोस संकल्प
मुख्यमंत्री ने बताया कि शपथ लेने के दूसरे दिन ही उनकी सरकार ने 18 लाख आवासों की स्वीकृति दी थी, जिनमें से 14 लाख पर केंद्र सरकार से मंजूरी मिल चुकी है। इसके अतिरिक्त केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हाल ही में साढ़े तीन लाख और आवासों का आश्वासन दिया है। साय ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है कि हर गरीब के सिर पर पक्की छत हो। हमारी सरकार इस सपने को साकार करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।”
CG News: सर्वेक्षण प्रक्रिया
अभियान के अंतर्गत प्रत्येक ग्राम पंचायत में पटवारी, पंचायत सचिव और आवास मित्रों की टीमें बनाई गई हैं। ये टीमें घर-घर जाकर पात्र परिवारों की जानकारी जुटाएंगी और PMAY-G के ऑनलाइन पोर्टल पर अपलोड करेंगी। पात्रता जांच के लिए आधार कार्ड, राशन कार्ड और अन्य दस्तावेजों की जरूरत होगी। ग्रामीणों को पहले से दस्तावेज तैयार रखने की अपील की गई है।
इस व्यापक अभियान के माध्यम से छत्तीसगढ़ सरकार ने एक बार फिर यह संदेश दिया है कि गरीबों के कल्याण के लिए हर स्तर पर कार्य किए जाएंगे, ताकि हर जरूरतमंद को उसका हक मिल सके – एक सुरक्षित, पक्का और सम्मानजनक आवास।