
इस्लामाबाद: पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में स्थित एक मदरसे में जुमे की नमाज के दौरान जोरदार विस्फोट हुआ। इस घटना में अब तक 8 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 17 अन्य घायल हुए हैं। पुलिस ने 1 मार्च शनिवार को यह जानकारी दी। मुख्य सचिव शाहब अली शाह ने पुष्टि की कि यह धमाका ‘दारुल उलूम हक्कानिया’ मदरसे में हुआ, जिसमें जमीयत उलेमा इस्लाम (सामी समूह) के नेता हमीदुल हक हक्कानी की मौत हो गई। यह मदरसा नौशेरा जिले के अकोरा खट्टक में स्थित है।
पुलिस महानिरीक्षक जुल्फिकार हमीद ने कहा कि यह संदिग्ध आत्मघाती हमला था और हमीदुल हक निशाने पर थे। यह घटना तब हुई जब वह अपने साथियों के साथ घर लौट रहे थे। सुरक्षा सूत्रों के अनुसार, हमीदुल हक को ‘इस्लामिक स्कॉलर्स एसोसिएशन’ के सम्मेलन में लड़कियों की शिक्षा का समर्थन करने के लिए धमकियां मिली थीं। हमलावर की पहचान हो गई है और उसके खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
दारुल उलूम हक्कानिया को तालिबान का गढ़ माना जाता है। इसे मौलाना अब्दुल हक ने देवबंद मदरसे की तर्ज पर बनाया था। तालिबान के कई बड़े नेता, जैसे अख्तर मंसूर, यहीं से पढ़े हैं। इसे “जिहाद का विश्वविद्यालय” भी कहा जाता है।
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