महाकुंभ का महत्व
महाकुंभ भारतीय संस्कृति और धार्मिक परंपरा का सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण आयोजन है। यह हर 12 साल में आयोजित किया जाता है और इसमें लाखों श्रद्धालु अपने पापों का नाश करने और मोक्ष की प्राप्ति के लिए पवित्र संगम में स्नान करते हैं। इस साल भी महाकुंभ में भाग लेने के लिए देश-विदेश से श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचे हैं।
अमित शाह का महाकुंभ में हिस्सा लेना
अमित शाह का महाकुंभ में हिस्सा लेना एक महत्वपूर्ण राजनीतिक और धार्मिक पहल है। उनके इस दौरे से महाकुंभ के महत्व को और बढ़ावा मिलेगा। इससे न केवल श्रद्धालुओं को प्रोत्साहन मिलेगा, बल्कि यह आयोजन राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और भी चर्चित होगा।
Amit Shah Prayagraj Visit
श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि
उत्तर प्रदेश सूचना विभाग के अनुसार, 26 जनवरी 2025 तक 13.21 करोड़ से अधिक श्रद्धालु पवित्र डुबकी लगा चुके हैं। यह संख्या लगातार बढ़ती जा रही है, जिससे महाकुंभ के भव्य स्वरूप का अंदाजा लगाया जा सकता है।
महाकुंभ का आयोजन न केवल भारत में बल्कि पूरी दुनिया में धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। गृह मंत्री अमित शाह का इस आयोजन में भाग लेना इसे और भी विशेष बनाता है। यह भारत के सांस्कृतिक धरोहर और धार्मिक समागमों के महत्व को प्रदर्शित करता है।
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