बालोद : Balod News : जिला मुख्यालय में बाजार व्यवस्थापन की समस्या लंबे समय से बनी हुई है। बुधवार और रविवार को लगने वाले बाजार के दौरान स्थानीय लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। 2012 में जिले का दर्जा मिलने के बाद भी बाजार की स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है।
60 लाख की लागत से बना शेड और चबूतरा, फिर भी बेकार
- 2004-2009 में तत्कालीन नगर पालिका अध्यक्ष राकेश यादव के कार्यकाल में बाजार व्यवस्थापन के लिए 60-70 लाख रुपये स्वीकृत किए गए।
- बाजार में शेड और चबूतरा बनाया गया, लेकिन इसका कोई उपयोग नहीं हो रहा है।
- सब्जी व्यापारी सड़क पर पसरा लगाते हैं, जिससे आम नागरिकों को आवागमन में दिक्कत होती है।
- स्थानीय नागरिकों और व्यापारियों के अनुसार, शेड और चबूतरा व्यापार में बाधा डालता है, इसलिए वे सड़क पर ही दुकान लगाते हैं।
आपातकालीन सेवाओं पर भी असर
- बाजार से जुड़े वार्ड 3, 4, 5 और 6 के रहवासियों को बुधवार और रविवार को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
- आपातकालीन स्थिति में एंबुलेंस और वाहन सड़क पर सब्जी पसरा लगे होने के कारण नहीं निकल पाते।
- बाजार के दिन पार्किंग की उचित व्यवस्था नहीं होने से सड़क पर वाहन खड़े किए जाते हैं, जिससे जाम की स्थिति बनती है।
Balod News
शेड और चबूतरा असामाजिक तत्वों का अड्डा बना
- बाजार में बने शेड और चबूतरे का कोई उपयोग नहीं हो रहा, जिससे यह असामाजिक तत्वों का अड्डा बन चुका है।
- नगर पालिका प्रशासन की लापरवाही के चलते बाजार व्यवस्थापन का कोई ठोस समाधान नहीं निकल पाया।
स्थानीय नागरिकों और व्यापारियों की राय
अवधेश गुप्ता (स्थानीय): “हर बुधवार और रविवार को हमें सड़क पर भारी जाम का सामना करना पड़ता है। प्रशासन को बाजार व्यवस्थापन पर ध्यान देना चाहिए।”
पीताम्बर सोनकर (सब्जी व्यापारी): “चबूतरा हमारे व्यापार के लिए सुविधाजनक नहीं है, इसलिए हमें सड़क पर ही दुकान लगानी पड़ती है।”
प्रतिभा चौधरी (भाजपा अध्यक्ष प्रत्याशी): “बाजार व्यवस्थापन की समस्या लंबे समय से बनी हुई है, इसे प्राथमिकता से हल किया जाना चाहिए।”
सौरभ शर्मा (सीएमओ, नगर पालिका बालोद): “बाजार की समस्या को सुलझाने के लिए नगर पालिका आवश्यक कदम उठा रही है, जल्द ही उचित समाधान निकाला जाएगा।”
समाधान की जरूरत
शेड और चबूतरे का सही उपयोग सुनिश्चित किया जाए।
व्यापारियों के लिए सुव्यवस्थित बाजार स्थल का निर्माण हो।
आपातकालीन सेवाओं के लिए वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था की जाए।
बाजार में पार्किंग सुविधा विकसित की जाए।
क्या आपको लगता है कि बालोद बाजार की व्यवस्था को सुधारने के लिए प्रशासन को ठोस कदम उठाने चाहिए? अपनी राय कमेंट में दें!
Discover more from ASIAN NEWS BHARAT
Subscribe to get the latest posts sent to your email.