CG Pendra Breaking : बीच सड़क पानी से भरे गड्ढे में जा घुसी पोहे से लदी माजदा, फिर हुआ अजीबो-गरीब हादसा…
CG Pendra Breaking
पेंड्रा : CG Pendra Breaking : बिलासपुर मार्ग पर हो रहे सड़क निर्माण में लापरवाही के चलते एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। सड़क के बीच खोदे गए और पानी से भरे गड्ढे में पोहा लदी एक माजदा गाड़ी जा घुसी।
गनीमत रही कि इस दुर्घटना में ड्राइवर को कोई गंभीर चोट नहीं आई, लेकिन हादसे ने सड़क निर्माण में ठेकेदार की लापरवाही को उजागर कर दिया।
CG Pendra Breaking : घटना का विवरण
घटना पेंड्रा-बिलासपुर मार्ग पर निर्माणाधीन पुल और सड़क के बीच हुई। बिलासपुर से पेंड्रा पोहा लेकर आ रही माजदा गाड़ी सड़क पर मौजूद गड्ढे में फंस गई। ड्राइवर के अनुसार, न तो सड़क पर डायवर्शन का कोई संकेत था
और न ही चेतावनी बोर्ड लगाए गए थे। ड्राइवर ने कहा कि सड़क सीधी होने के कारण उसे गड्ढा नहीं दिखा, और गाड़ी सीधे पानी से भरे गड्ढे में जा घुसी।
ड्राइवर ने ठेकेदार पर लगाए आरोप
दुर्घटना के बाद ड्राइवर ने सड़क निर्माण कर रही ठेकेदार कंपनी पर गंभीर आरोप लगाए। ड्राइवर का कहना है कि ठेकेदार के कर्मचारियों ने उसे दुर्घटना का कारण “ब्रेक फेल” बताने को कहा।
दुर्घटना के तुरंत बाद सड़क निर्माण कंपनी ने आनन-फानन में माजदा को गड्ढे से बाहर निकाला और गड्ढे को मिट्टी डालकर भर दिया। साथ ही चेतावनी बोर्ड भी लगाए गए, जो पहले मौजूद नहीं थे।

CG Pendra Breaking
लापरवाही का उदाहरण
सड़क निर्माण कार्य में इस तरह की लापरवाही गंभीर सवाल खड़े करती है। ड्राइवर के अनुसार, अगर वहां संकेतक और चेतावनी बोर्ड लगाए गए होते, तो यह दुर्घटना टाली जा सकती थी। इस घटना ने सड़क निर्माण कंपनी की कार्यशैली और प्रशासन की उदासीनता पर सवालिया निशान लगा दिया है।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
घटना के बाद स्थानीय लोगों में भी नाराजगी देखने को मिली। उनका कहना है कि सड़क निर्माण के दौरान सही दिशा-निर्देश और सुरक्षा मानकों का पालन नहीं किया जा रहा है।
स्थानीय निवासी रमेश यादव ने बताया कि यह पहली बार नहीं है जब इस तरह की लापरवाही देखी गई है। पहले भी निर्माणाधीन सड़क पर कई छोटे-बड़े हादसे हो चुके हैं, लेकिन प्रशासन और ठेकेदार इस पर ध्यान नहीं देते।
निर्माणाधीन सड़क और पुल की स्थिति
पेंड्रा-बिलासपुर मार्ग पर लंबे समय से सड़क और पुल का निर्माण कार्य चल रहा है। काम में देरी और गुणवत्ता की कमी के कारण यह सड़क लोगों के लिए परेशानी का सबब बन चुकी है। निर्माण स्थल पर सुरक्षा मानकों की अनदेखी और बिना संकेतक के गड्ढे छोड़ देना हादसों को निमंत्रण देता है।
प्रशासन और ठेकेदार की भूमिका पर सवाल
इस घटना के बाद सवाल यह उठता है कि ठेकेदार और प्रशासन द्वारा निर्माण स्थल पर सुरक्षा को लेकर कितनी गंभीरता दिखाई जा रही है। बिना चेतावनी बोर्ड और संकेतकों के सड़क निर्माण कार्य जारी रखना बड़ी लापरवाही का उदाहरण है।
ड्राइवर का आरोप कि ठेकेदार के कर्मचारियों ने उसे झूठ बोलने के लिए कहा, ठेकेदार की मंशा पर भी सवाल खड़ा करता है।
निष्कर्ष
पेंड्रा-बिलासपुर मार्ग पर हुई इस दुर्घटना ने सड़क निर्माण कार्य में सुरक्षा उपायों की कमी को उजागर किया है। प्रशासन और ठेकेदार को चाहिए कि निर्माण कार्य के

दौरान सुरक्षा मानकों का सख्ती से पालन करें। सड़क निर्माण स्थल पर चेतावनी संकेतक और बोर्ड अनिवार्य रूप से लगाए जाएं ताकि भविष्य में इस तरह के हादसे न हों।
यह घटना प्रशासन और ठेकेदारों के लिए एक चेतावनी है कि अगर समय रहते लापरवाही नहीं रोकी गई, तो भविष्य में और भी गंभीर हादसे हो सकते हैं।
