Lifestyle : सर्दियों के मौसम में गरमागरम पकोड़े खाने का मजा ही कुछ और होता है। आलू, प्याज, गोभी और पनीर के पकोड़े तो आमतौर पर हर घर में बनाए जाते हैं, लेकिन क्या आपने कभी करेले के पकोड़े ट्राई किए हैं? करेले के पकोड़े न केवल स्वादिष्ट होते हैं, बल्कि डायबिटीज के मरीजों के लिए भी फायदेमंद हैं। करेले में मौजूद पोषक तत्व और औषधीय गुण इसे डायबिटीज मरीजों के लिए उपयुक्त बनाते हैं। आइए जानते हैं करेले के पकोड़े बनाने की सरल और झटपट रेसिपी।
अगर करेले के बीज ज्यादा कड़े नहीं हैं, तो उन्हें निकालने की जरूरत नहीं है।
कटे हुए करेले पर नमक लगाकर 15-20 मिनट के लिए अलग रख दें। इससे करेले की कड़वाहट कम हो जाएगी।
दूसरा स्टेप: बेसन का घोल तैयार करें
एक बड़े बाउल में 1 कप बेसन और 1/2 कप चावल का आटा डालें।
इसमें लाल मिर्च पाउडर, हल्दी, गरम मसाला और नमक मिलाएं।
धीरे-धीरे पानी डालते हुए घोल तैयार करें। ध्यान रखें कि घोल में गांठें न रहें और यह स्मूथ हो।
तीसरा स्टेप: करेले धोकर तैयार करें
नमक लगे करेले को पानी से अच्छी तरह धो लें, ताकि अतिरिक्त नमक हट जाए।
धोने के बाद करेले को हल्का दबाकर सूखा लें।
चौथा स्टेप: पकोड़े फ्राई करें
गैस पर कड़ाही रखें और उसमें तेल गर्म करें।
कटे हुए करेले के टुकड़ों को बेसन के घोल में डुबोएं और अच्छी तरह लपेट लें।
बेसन लिपटे करेले को गर्म तेल में डालें।
पकोड़ों को हल्का सुनहरा और क्रिस्पी होने तक तलें।
पांचवां स्टेप: परोसने के लिए तैयार करें
तले हुए पकोड़ों को प्लेट में निकालें और ऊपर से चाट मसाला छिड़कें।
गरमागरम पकोड़ों को चाय या सॉस के साथ परोसें।
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करेले के पकोड़े के फायदे:
करेले में ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने वाले तत्व होते हैं, जो डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद हैं।
ये पकोड़े हल्के और पौष्टिक होते हैं, जिससे यह शाम के स्नैक्स के लिए बेहतरीन विकल्प बनते हैं।
चावल के आटे का उपयोग पकोड़ों को क्रिस्पी बनाता है, जबकि बेसन प्रोटीन और पोषण प्रदान करता है।
करेले के पकोड़े स्वाद और सेहत का अनोखा मेल हैं। इनका स्वाद कड़वा नहीं होता, और सही मसालों के साथ ये बेहद टेस्टी बनते हैं। डायबिटीज के मरीज बिना किसी चिंता के इन्हें खा सकते हैं। यह स्नैक्स का एक बेहतरीन विकल्प है, जो पूरे परिवार को पसंद आएगा। सर्दियों में इस रेसिपी को जरूर ट्राई करें और गरमागरम चाय के साथ इसका मजा लें।