
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करने और लक्ष्मी की प्राप्ति के लिए कुछ खास यंत्रों का महत्व होता है। ये यंत्र घर में सुख, समृद्धि, और तरक्की लाने के साथ ही मानसिक शांति भी प्रदान करते हैं। यहां हम आपको कुछ प्रमुख यंत्रों के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें घर में सही स्थान पर रखने से जीवन में सकारात्मक बदलाव आते हैं।
1. कुबेर यंत्र (Kuber Yantra):
कुबेर यंत्र धन, समृद्धि और लक्ष्मी प्राप्ति के लिए बहुत प्रभावी माना जाता है। इसे भगवान कुबेर का यंत्र कहा जाता है, जो धन के देवता माने जाते हैं। इस यंत्र को घर के मुख्य दरवाजे के पास या पूजा कक्ष में रखा जा सकता है।
- रखने का स्थान: कुबेर यंत्र को उत्तर दिशा में रखें, क्योंकि यह दिशा धन और समृद्धि की दिशा मानी जाती है।
- उपयोग: इसे घर में तिजोरी या अलमारी के पास भी रखा जा सकता है, ताकि धन के प्रवाह में वृद्धि हो।
2. श्री यंत्र (Shree Yantra):
श्री यंत्र को देवी लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। यह यंत्र समृद्धि, सुख और शांति की प्राप्ति के लिए बेहद शुभ है। यह घर में सकारात्मक ऊर्जा लाने के साथ ही मानसिक शांति भी प्रदान करता है।
- रखने का स्थान: श्री यंत्र को पूजा कक्ष में या घर के पूर्व या उत्तर दिशा में रखें।
- उपयोग: श्री यंत्र को रोज पूजा करते समय ध्यान से देखना चाहिए और इसे साफ रखना चाहिए।
3. विष्णु यंत्र (Vishnu Yantra):
विष्णु यंत्र भगवान विष्णु के प्रतीक के रूप में कार्य करता है, जो संसार की रक्षा करते हैं। यह यंत्र जीवन में सुख, समृद्धि, और सफलता लाने के लिए श्रेष्ठ माना जाता है।
- रखने का स्थान: विष्णु यंत्र को घर के दक्षिण-पूर्व दिशा में रखें।
- उपयोग: रोजाना इस यंत्र का ध्यान करने से व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
4. बृहस्पति यंत्र (Brihaspati Yantra):
बृहस्पति यंत्र को ज्ञान, शिक्षा, और करियर में तरक्की के लिए बेहद प्रभावी माना जाता है। इसे शिक्षा और व्यापार में सफलता पाने के लिए रखा जाता है।
- रखने का स्थान: इसे पूर्व दिशा में रखा जाए तो यह सबसे अच्छा है, क्योंकि यह दिशा बृहस्पति ग्रह के प्रभाव को बढ़ाती है।
- उपयोग: इस यंत्र की पूजा करने से व्यक्ति की मानसिक शक्ति और बौद्धिक क्षमता में वृद्धि होती है।
5. मंगल यंत्र (Mangal Yantra):
मंगल यंत्र को युद्ध, बाधाओं को दूर करने और जीवन में शक्ति बढ़ाने के लिए प्रयोग किया जाता है। यह यंत्र व्यक्ति को आत्मविश्वास, ताकत और विजय की दिशा में मार्गदर्शन करता है।
- रखने का स्थान: मंगल यंत्र को दक्षिण दिशा में रखना चाहिए, क्योंकि यह दिशा मंगल ग्रह से संबंधित मानी जाती है।
- उपयोग: इसे विशेष रूप से घर में किसी प्रकार की बाधाओं या समस्याओं के समाधान के लिए उपयोग में लाया जाता है।
यंत्रों का प्रभाव:
- ऊर्जा का संचार: सभी यंत्रों में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, जो घर के वातावरण को शुद्ध करता है और शुभ फलों की प्राप्ति कराता है।
- लक्ष्मी का आगमन: ये यंत्र घर में लक्ष्मी के आगमन का मार्ग खोलते हैं और आर्थिक स्थिति को मजबूत करते हैं।
- समृद्धि और सफलता: इन यंत्रों का नियमित रूप से पूजन और ध्यान समृद्धि, सफलता, और मानसिक शांति का कारण बनता है।
यंत्रों की पूजा विधि:
- यंत्र को साफ और पवित्र स्थान पर रखें।
- रोज़ सुबह और शाम पूजा करें और दीपक या अगरबत्ती जलाएं।
- मंत्रों का जाप करें जो यंत्र के साथ दिए जाते हैं।
- यंत्र को ताजगी बनाए रखने के लिए उसे नियमित रूप से साफ करें।
इन यंत्रों को सही दिशा में रखने से घर में सुख-समृद्धि और खुशहाली का वास होता है, साथ ही व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक बदलाव आते हैं।
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