Uttarakhand
Uttarakhand: देहरादून/नई टिहरी। परिवहन महासंघ के आह्वान पर बुधवार को पूरे गढ़वाल मंडल में एक दिवसीय चक्का जाम किया गया। आंदोलन को देहरादून सहित पर्वतीय क्षेत्रों की विभिन्न यूनियनों का समर्थन मिला। ट्रांसपोर्टरों ने ऋषिकेश, नई टिहरी और अन्य क्षेत्रों में वाहनों का संचालन पूरी तरह ठप कर दिया, जिससे आम लोगों को आवाजाही में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
Uttarakhand: ट्रांसपोर्टरों की प्रमुख मांगों में व्यावसायिक वाहनों पर दो साल का टैक्स माफ करने, हर साल टैक्स में पांच प्रतिशत वृद्धि के नियम को समाप्त करने और ऋषिकेश आरटीओ कार्यालय में बंद पड़े फिटनेस सेंटर को जल्द शुरू करने की मांग शामिल है। यूनियनों ने कहा कि चारधाम यात्रा धीमी रहने से चालकों को बड़ा आर्थिक नुकसान हुआ है, इसलिए सरकार को राहत देनी चाहिए।
Uttarakhand: नई टिहरी में बस, जीप, टैक्सी और ट्रक सेवाएं पूरी तरह बंद रहीं। परिवहन महासंघ के बैनर तले टिहरी गढ़वाल मोटर ओनर्स यूनियन (टीजीएमओ) कार्यालय में हुई बैठक में ट्रांसपोर्टरों ने सरकार की अनदेखी पर नाराजगी जताई। संयोजक संजय शास्त्री ने बताया कि सरकार द्वारा वादों के बावजूद समस्याओं का समाधान नहीं हुआ, इसलिए चक्का जाम आवश्यक था।
Uttarakhand: एआरटीओ प्रशासन रावत सिंह कटारिया और एआरटीओ प्रवर्तन रश्मि पंत बैठक में पहुंचे और ट्रांसपोर्टरों को बताया कि उनकी 10 सूत्रीय मांगों में से 80 प्रतिशत मुद्दों का समाधान मुख्यालय स्तर पर किया जा रहा है। हालांकि, वार्ता किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंच सकी और जाम जारी रहा।






